hamardhamtari.com>> कलेक्टर डॉ सीआर प्रसन्ना के सामने जनदर्शन में सोमवार को एक युवक ने विषाक्त पदार्थ खाकर ख़ुदकुशी करने का प्रयास किया। युवक के इस कृत्य से कलेक्टोरेट में कुछ देर के लिये अफरातफरी का माहौल बना रहा। दरअसल कलेक्टर अपने दफ्तर में बैठकर लोगों की शिकायतें सुन रहे थे तभी अचानक अचानक नौकरी से निकाले जाने से आहत एक व्यक्ति ने अपने जेब में रखी विषाक्त पदार्थ की शीशी निकालकर पीने की कोशिश की।
बताया जा रहा है कि यह कलेक्टर के सामने जहर खाकर खुदकुशी करने की कोशिश करने वाले ललित डहरे आदिम जाति कल्याण विभाग की ओर से संचालित छात्रावास में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के तौर पर कार्यरत है। फिलहाल पुलिस ने तत्काल युवक को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया। वहीं उसके अन्य साथी ललित को रिहा करवाने की मांग को लेकर कलेक्टर के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। पीडि़त कर्मचारी सुरेश नेताम ने बताया कि, कलेक्टर के आदेश के बाद भी आदिम जाति विभाग के अफसर आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं जिसके चलते वे बीते चार सालों से भटक रहे।
90 लोगों ने की थी इच्छा मृत्यु की मांग :
पूर्व में यही 90 कर्मचारी सामूहिक रूप से इच्छा मृत्यु की मांग कर चुके हैं । दरअसल आदिम जाति कल्याण विभाग से संचालित छात्रावासों में ये कर्मचारी दैनिक वेतन भोगी के रूप में पिछले दस सालों से ये काम कर रहे थे। इसके बाद विभाग ने एक आदेश जारी करते हुए इनकी नियुक्ति को गैर संगत बताते हुए 4 साल पहले काम से निकाल दिया था। वहीं कलेक्टर ने एक आदेश जारी करते हुए सभी कर्मचारियों को वापस काम में रखने के निर्देश भी दिए। इसके बाद भी कर्मचारियों को काम में नहीं रखा गया।