नई दिल्ली. दो हफ्ते की अमेरिका यात्रा पर आए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी के छात्रों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने बीजेपी सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े किए. राहुल ने पीएम मोदी पर भी निशाना साधा. राहुल ने कहा कि दुनिया में तेजी से बढ़ती बेरोजगारी से परेशान लोग नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप जैसे नेताओं को चुन रहे हैं. भारत भी बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहा है. इसके कारण ही मोदी सत्ता तक पहुंचे हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि रोजगार लोगों को सशक्त करने, अधिकार संपन्न बनाने और राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में उन्हें शामिल करने का एक समावेशी माध्यम है. उन्होंने साथ ही स्वीकार किया कि उनकी पार्टी पर्याप्त संख्या में रोजगार के अवसर पैदा नहीं कर सकी. यही 2014 में उनकी पार्टी की हार का कारण बना. उन्होंने कहा, 'अमेरिका और भारत में रोजगार का सवाल है. हमारी आबादी का एक बड़ा हिस्सा है, जिसके पास कोई नौकरी नहीं है. कोई भविष्य दिखाई नहीं दे पाने के कारण वह परेशान हैं. मोदी और ट्रंप ने इस तरह के नेताओं को समर्थन दिया है.'
राहुल ने कहा, 'मैं ट्रंप को नहीं जानता. इसलिए उनके बारे में बात नहीं करूंगा. मैं मोदी के बारे में बात करूंगा. निश्चित तौर पर हमारे प्रधानमंत्री (रोजगार सृजन के लिए) पर्याप्त कदम नहीं उठा रहे हैं.' कांग्रेस उपाध्यक्ष ने अमेरिका में विशेषज्ञों, प्रमुख कारोबारियों और सांसदों के साथ अपनी बैठक में बेरोजगारी का मामला बार-बार उठाया है. उन्होंने बर्कले में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया को संबोधित करते हुए कहा, 'अभी, हम पर्याप्त नौकरियां पैदा नहीं कर रहे हैं. हर दिन रोजगार बाजार में 30,000 नए युवा शामिल हो रहे हैं. इसके बावजूद सरकार प्रतिदिन केवल 500 नौकरियां पैदा कर रही है. इसमें बड़ी संख्या में पहले से ही बेरोजगार चल रहे युवा शामिल नहीं हैं.'
राहुल ने कहा कि भारत को चीन के साथ मुकाबला करने के लिए खुद को बदलने की जरूरत है. इसके लिए देश के लोगों को रोजगार देना होगा. उन्होंने कहा, 'जो लोग (एक दिन में) 30,000 नौकरियां पैदा नहीं कर पाने के कारण हमसे नाराज थे, वही अब मोदी से भी नाराज होने वाले हैं.' उन्होंने भारत में ध्रुवीकरण का मामला भी उठाया. राहुल गांधी ने कहा, 'ध्रुवीकरण की राजनीति भारत में मुख्य चुनौती है. 21वीं सदी में यदि आप कुछ लोगों को अपनी सोच से बाहर रख रहे हैं, तो आप संकट को बुलावा दे रहे हैं. नए विचार आएंगे, तो नई सोच विकसित होगी.'
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, 'भारत एक अस्थिर पड़ोस में रह रहा है और अगर हम अपने ही लोगों को अलग-थलग कर देंगे, तो इससे लोगों को गड़बड़ी करने का मौका मिल जाएगा.' यूनिफॉर्म सिविल कोड के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस पर अदालत को निर्णय लेना है. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें कांग्रेस पार्टी की बागडोर सौंपी जाती है, तो अगले 10 वर्ष के लिए भारत के लिए एक नई दृष्टि का निर्माण करना उनके काम का बड़ा हिस्सा होगा.