रायपुर/ hamardhamtari.com. छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ ने किसानों और किसान नेताओ को गिरफ्तार किये जाने की कड़ी निंदा की है। महासंघ ने कहा कि प्रदर्शन रको रोकने राजनांदगांव और कवर्धा जिले धारा 144 लगा दी गई थी लेकिन इसके बावजूद हजारों किसान सड़कों पर उतरे, गिरफ्तारी दी और संघर्ष जारी रखने का एलान किया।
गिरफ्तारी की सूचना मिलने पर राज्यपाल से मिलने किसान महासंघ का प्रतिनिधिमंडल 12 बजे एकत्र हो रहा था। इसी दौरान महासंघ के आलोक शुक्ला को रायपुर के विधानसभा थाने में स्टेशन से पकड़कर लाया गया। इसी तरह राजिम से रायपुर आ रहे किसान महासंघ के संचालक मंडल सदस्य तेजराम विद्रोही और मदन साहू को गिरफ्तार कर रेस्टहाउस में नजरबंद कर लिया गया।
दोपहर 1.30 बजे महासंघ के नेताओं के प्रतिनिधिं मण्डल की मुलाकात राज्यपाल के सचिव अशोक अग्रवाल से हुई। प्रतिनिधि मण्डल में शामिल द्वारिका साहू, रूपन चन्द्राकर, दुर्गा झा, जागेश्वर चन्द्राकर, डॉ संकेत ठाकुर, गौतम बन्द्योपाध्यय, उत्तम जायसवाल, मो हैदरी, लक्ष्मी नारायण आदि ने किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलन पर दमन को खत्म करते हुए धारा 144 हटाने कीे मांग की।
किसान नेताओं का प्रतिनिधि मण्डल विधानसभा थाना गया और किसान नेता आलोक शुक्ल को गिरफ्तार करने का कारण जानना चाहा लेकिन संतोषजनक जवाब नही मिलने पर रायपुर आईजी प्रदीप गुप्ता से मुलाकात की गई। उन्हें बताया गया कि सरकार का यह कृत्य किसानों के आंदोलन को कुचलने का प्रयास है। अभिव्यक्ति की आज़ादी और लोकतान्त्रिक अधिकारों का हनन है। आईजी से किसान नेताओं ने स्पष्ट कहा दिया कि सीएम हाउस का घेराव के लिये किसानों को रोकने का प्रयास ना करें अन्यथा सरकार के खिलाफ आक्रोश और बढ़ेगा। 20 सितम्बर को किसानों की गिरफ्तारी के विरोध में एक दिवसीय धरना दिया जायेगा।