मगरलोड/ हमर धमतरी. एक ओर जहां देशभर में स्वच्छता अभियान की जोर है वहीं दूसरी तरफ मोंहदी एक ऐसा गांव है जहां गंदगी जनित रोग उल्टी-दस्त ने ऐसा पांव पसारा कि 18 सितम्बर से लेकर अब तक मरीजों की संख्या मेें लगातार बढोतरी हो रही है। हालांकि प्रशासन ने कैंप लगाकार इलाज का काम तो शुरू कर दिया है देश देशव्यापी मिशन के तहत जहां हर गांव में स्वच्छता पर जोर दिया जा रहा है वहां कैसे उल्टी-दस्त के प्रकोप ने ग्रामीणों को खौफ के साए में ला दिया है।
विकासखंड मुख्यालय मगरलोड से 8 किलोमीटर दूर ग्राम मोंहदी में इन दिनों उल्टी-दस्त का आतंक है। 18 सितंबर को अचानक दस्त के मरीज मिलने से हड़कंप मच गया, जिस पर स्वास्थ्य अमला सक्रिय हो गया और दोपहर में ही स्थानीय स्कूल में स्वास्थ्य कैंप लगाकर लोगों का इलाज शुरू कर दिया। वार्ड क्रमांक एक दो और तीन बजरंग पारा, मंदिर पारा और स्कूल पारा के करीब 60 मरीज पीड़ित पाए गए। इनका तत्काल इलाज शुरू किया गया। 19 सितंबर फिर से 40 मरीजों का इलाज किया गया। जिसमें से 10 मरीजों को मगरलोड समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। बाद में तबियत में सुधार के बाद उन्हें घर जाने की अनुमति दी गई। फिर भी पूर्णता ठीक होने के लिए 25 मरीजों को कैंप में भर्ती कराया गया है। फिलहाल गांव के हालात पर बीएमओ डॉ. शारदा ठाकुर लगातार अपने सहयोगियों के साथ नजर बनाए हुए हैं। साथ ही गांव में जागरूकता भी चलाई जा रही है कि पीने का पानी स्वच्छ रखें। डॉ. आरके कन्नौज, डॉ. हरिशंकर ध्रुव, डॉ. रूपेश साहू सहित 10 स्वास्थ्य शिविर का जिम्मा संभाले हुए हैं। शिविर में 13 महिला 9 पुरुष वर्तमान में भर्ती है। इधर गांव के सरपंच श्रवण साहू ने स्वच्छ पानी लोगों को मुहैया कराने की बात कही है। तो वहीं ग्रामीण गुहा राम सिन्हा के मुताबिक कई दिनों से पानी की टंकी की सफाई नहीं हुई है लिहाजा इस बीमारी ने गांव में पैर पसारा।