रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के उस बयान पर क़रारा पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने भाजपा के 22 जनवरी को होने वाले आंदोलन पर टिप्पणी करते हुए इसे ध्यान भटकाने वाला बताया और फ़िर एकाएक केंद्र सरकार से इस्तीफ़ा मांग लिया। श्री साय ने कहा कि भाजपा का आंदोलन छत्तीसगढ़ के किसानों की पीड़ा को मुखर अभिव्यक्ति देने के लिए है। भाजपा तो किसानों के लिए न्याय की लड़ाई का एकदम साफ़-सुथरा लक्ष्य लेकर मैदान में उतरी है, इसलिए भाजपा को नहीं, प्रदेश के किसानों की इस पीड़ा की स्रोत कांग्रेस और उसकी सरकार को पहले अपने राजनीतिक, वैचारिक और नेतृत्व के भटकाव से उबरने की ज़रूरत है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कटाक्ष किया कि प्रदेश कांग्रेस और सरकार में तो अब सूप के साथ-साथ 72 छेदों वाली चलनियाँ भी बोलने लगी हैं। दिल्ली के किसान आंदोलन, चीन और एयर स्ट्राइक की जानकारी लीक होने के झूठ पर सियासी ड्रामा रच रही कांग्रेस अपनी खोखली हो चली राजनीतिक हैसियत को बचाए रखने के बचकाने प्रयास कर रही है और प्रदेश कांग्रेस के नेताओं व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मंत्री सिंहदेव समेत तमाम मंत्रियों की कांग्रेस में यही नियति और हैसियत रह गई है कि अपने ‘ख़ानदान’ के झूठ और नफ़रत को स्थापित करके अपने सियासी वज़ूद को बचाए रखें। श्री साय ने कहा कि मंत्री सिंहदेव अब इधर-उधर की बातें न करें और यह बताएँ कि प्रदेश सरकार पर किसानों का भरोसा दो साल में ही कैसे ख़त्म हो गया? बड़ी-बड़ी शेखी बघारते मंत्री सिंहदेव ने कभी किसानों को पुराना पूरा भुगतान नहीं होने तक नई धान ख़रीदी होने पर सरकार से इस्तीफ़ा देने की बात तो सोशल मीडिया में कही थी, अब वे पहले यह बताएँ कि आज वे क्यों मौन साधे छिपे बैठे हैं और उनकी अपनी ज़ुबान की क़ीमत क्या रह गई है? विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश में घूम-घूमकर प्रदेश के किसानों से कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी ने ख़ूब वादे किए थे, आज प्रदेश सरकार अपने उसी नेता की ज़ुबान की क़ीमत भुला बैठी है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ गाहे-बगाहे मिथ्या प्रलाप करके कांग्रेस और उसकी सरकार छत्तीसगढ़ के किसानों के साथ पिछले दो सालों में की गई धोखाधड़ी और वादाख़िलाफ़ी अपनी शर्मनाक विफलताओं पर पर्दा डालने के लिए इधर-उधर की बातें कर रही है। दो साल में प्रदेश सरकार ने सिवाय अपने निकम्मेपन का परिचय देने के और कोई काम किया ही नहीं है, तो फिर जनता के सामने क्या मुँह लेकर कांग्रेस नेता और सरकार के लोग जाएंगे? श्री साय ने कहा कि जो कांग्रेस सरकार ख़ुद बदनीयती, कुनीतियों और नेतृत्व के भटकाव का संत्रास भोगने की नियति से गुज़र रही है, उन्हें सब अपने ही जैसे नज़र आ रहे हैं। श्री साय ने कहा कि उरी सर्जिकल स्ट्राइक व बालाकोट एयर स्ट्राइक के अलावा चीन के साथ हुए विवाद में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दृढ़ता का परिचय देकर विश्व मंच पर भारत की धाक क़ायम की है, अब कांग्रेस के नेता ज़रा अपने शासनकाल के लिज़लिज़ेपन का इतिहास खंगालकर शर्म महसूस कर लें। श्री साय ने कहा कि झूठ की राजनीति के पैर नहीं होते, यह बात कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के सुप्रीम कोर्ट में माफ़ीनामे के बाद भी नहीं समझ पा रहे हैं तो उनकी राजनीतिक समझ पर तरस ही खाया जा सकता है। श्री सिंहदेव केंद्र सरकार से इस्तीफ़ा मांगने से पहले ख़ुद अपना इस्तीफ़ा तो पेश करें जिसका शोर मचाकर वे बासी कढ़ी में उबाल लाने का ख़्वाब पाले बैठे थे।