धमतरी। जिले के सभी कृषि भूमिधारक किसानों को आधार नंबर की तरह ही यूनिक पहचान नंबर देने के लिए 15 मार्च तक ग्राम पंचायतों और नगरीय निकाय क्षेत्रों में विशेष शिविर लगाए जा रहे है। इन शिविरों में क्षेत्र के पटवारी और कृषि विभाग के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी अनिवार्य उपस्थित होकर किसानों के पंजीयन करा रहे है। 12 मार्च को धमतरी तहसील के ग्राम लीलर, तरसीवा, रावा, सेमरा डी, भोथली पिपरछेड़ी, साकरा, कंडेल, नवागांव, दोनार, छाती, लिमतरा, श्यामतराई, पोटियाडीह, लोहारशी, संबलपुर, बलियारा में शिविर आयोजित किये गये।
कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने इन शिविरों में शत प्रतिशत किसानों का पंजीयन कर उन्हें यूनिक पहचान नम्बर देने का काम समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए है । कलेक्टर श्री मिश्रा ने जिले के सभी किसानों से अपील की है कि वे अपनी यूनिक पहचान के लिए 15 मार्च तक चलने वाले इन विशेष शिविरों में जरूर जाए और यूनिक पहचान नंबर के लिए पंजीयन कराये ।
जिले की कुरूद, मगरलोड, धमतरी, नगरी, भखारा, कुकरेल, बेलरगांव तहसीलों के गांवों में अधिकारियों द्वारा उपस्थित होकर किसानों का पंजीयन किया जा रहा है। किसान ऐसे नंबर लेने के लिए अपने नजदीक के प्राथमिक सहकारी समिति या जिले के किसी भी चॉईस सेंटर या लोक सेवा केन्द्र पर भी सम्पर्क कर सकते हैं। किसानों को यूनिक पहचान नंबर प्राप्त करने के लिए अपनी कृषि भूमि के दस्तावेज जैसे-ऋण पुस्तिका, बी-1 के साथ आधार कार्ड की प्रति और आधार कार्ड से सम्बद्ध मोबाईल नंबर बताना होगा।
किसान किसी भी लोकसेवा केन्द्र पर जाकर या नजदीकी सहकारी समिति में संबंधित पोर्टल पर जानकारी दर्ज कराकर भी पंजीयन करा सकते है । किसानों को यूनिक पहचान मिलने के बाद प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना सहित खेती-किसानी के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का फायदा लेने में आसानी होगी ।
किसान आसानी से ले सकेंगे, सरकारी योजनाओं का लाभ
किसानों को जल्द ही नई पहचान दिलाने हेतु फार्मर आई.डी. बनाने का कार्य किया जा रहा है, आधार कार्ड की तरह फार्मर आई.डी. किसानों की पहचान का डिजिटल माध्यम होगा। फार्मर आई.डी. बनवाने से कृषकों को भविष्य में मिलने वाली सभी प्रकार की सरकारी योजनाओं जैसे फसल बीमा, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, फसल ऋण का योजनाओं लाभ आसानी से मिल पायेगा, इसको बनवाने से किसानों को बार-बार सभी दस्तावेज देने की आवश्यकता नही पड़ेगी, केवल किसान कार्ड के माध्यम से ही विभिन्न योजनाओं का लाभ ले सकते है, जो किसान फार्मर आई.डी. से वंचित रह जायेंगे, उन्हें भविष्य में शासन की कई योजनाओं से वंचित रहना पड़ सकता है। फार्मर आई.डी. बनाने की का कार्य इस महीने 31 मार्च 2025 तक किया जायेगा।