धमतरी। आगामी जनगणना 2027 को सुचारू, सटीक एवं तकनीक-आधारित रूप से संपन्न कराने के उद्देश्य से आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में ग्रामों की भौगोलिक सीमा एवं स्थिति को सटीक रूप से भू-संदर्भित (जियो-रेफरेंसिंग) करने के संबंध में एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण में डिप्टी कलेक्टर एवं नोडल अधिकारी जनगणना श्री मनोज मरकाम, डिप्टी कमिश्नर पी.सी. सर्वा, तहसीलदार, आर आई दीपचंद भारती सहित संबंधित विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर हिरेंद्र सिन्हा सांख्यिकी अन्वेषक और जिला नोडल अधिकारी ने जियो-रेफरेंसिंग ऐप के माध्यम से ग्रामों एवं शहरी क्षेत्रों की डिजिटल मैपिंग, सीमांकन, लोकेशन टैगिंग, सीमा सुधार (बाउंड्री करेक्शन) तथा फील्ड स्तर पर डेटा संग्रहण की प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी ।
प्रशिक्षण में श्री सिन्हा ने यह भी बताया कि यह ऐप जीपीएस आधारित तकनीक पर कार्य करता है, जिससे ग्रामों की वास्तविक भौगोलिक स्थिति, सीमा विस्तार, नवीन बसाहटों एवं संरचनाओं को रीयल-टाइम डिजिटल नक्शे पर दर्ज किया जा सकेगा। इससे जनगणना कार्य में डुप्लीकेसी की संभावना समाप्त होगी तथा सटीक, अद्यतन और विश्वसनीय आंकड़े प्राप्त होंगे।
डिप्टी कलेक्टर मनोज मरकाम ने प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए कहा कि जियो-रेफरेंसिंग ऐप का उपयोग जनगणना 2027 को अधिक पारदर्शी, प्रभावी एवं आधुनिक तकनीक से युक्त बनाएगा। उन्होंने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षण में प्राप्त जानकारी का फील्ड स्तर पर प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। प्रशिक्षण के दौरान लाइव डेमो, प्रायोगिक अभ्यास तथा प्रश्नोत्तर सत्र का आयोजन भी किया गया, जिससे प्रतिभागियों की शंकाओं का समाधान किया गया।



