रायपुर। प्रदेश में साक्षर भारत कार्यक्रम के लिए वातावरण निर्माण हेतु 01 सितम्बर से 07 सितम्बर तक साक्षर सप्ताह और 08 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का आयोजन किया जाएगा। संचालक एवं सदस्य सचिव राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण राजेश सिंह राणा ने सभी जिला कलेक्टरों और जिला शिक्षा अधिकारियों को राष्ट्रीय महत्व इस कार्यक्रम के लिए विशेष रणनीति तैयार कर सभी वर्गाे की इसमें सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने और कार्य योजना अनुसार प्रत्येक दिवस गतिविधियों के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि साक्षरता सप्ताह का उद्देश्य सभी वर्गो का ध्यान नव भारत साक्षरता की ओर केन्द्रित करना है।
गौरतलब है कि सभी के लिए शिक्षा पर केन्द्रित योजना उल्लास-नव भारत साक्षरता कार्यक्रम को राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप वित्त वर्ष 2022 से 2027 के दौरान क्रियान्यन के लिए भारत सरकार द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है। योजना के पांच घटक – बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान, महत्वपूर्ण जीवन कौशल, बुनियादी शिक्षा, व्यावहारिक शिक्षा और सतत् शिक्षा हैं।
संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि कार्य योजना अनुसार 08 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस और साक्षरता सप्ताह के ठीक पहले दिन 01 सितम्बर को जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम पर केन्द्रित जागरूकता, कार्यशाला, सम्मेलन, सेमीनार का आयोजन किया जाए। डीएलएमए, डाईट, शासकीय और अशासकीय शैक्षणिक संस्थाओं नव भारत साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत नारा लेखन कराया जाए।
सप्ताह के दूसरे दिन 02 सितम्बर को जिला, ब्लॉक, नगर एवं ग्राम पंचायत स्तर पर विभिन्न संस्थाओं में नव भारत साक्षरता कार्यक्रम ‘‘उल्लास’’ पर ‘साक्षरता संगोष्ठी एवं परिचर्चा’ का आयोजन किया जाए। जिसमें साहित्यकार, लेखक, पत्रकार, अधिकारी-कर्मचारी, सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षाविद, साक्षरता कार्यक्रम से जुडे, शासकीय-अशासकीय व्यक्ति की भागीदारी हो।
सप्ताह के तीसरे दिन 03 सितम्बर को शैक्षणिक संस्थाओं में साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत नव भारत साक्षरता कार्यक्रम ‘‘उल्लास’’ सबके लिए शिक्षा पर केन्द्रित गीत, नृत्य, पेंटिंग, चित्रकला, मेंहदी और रंगोली का आयोजन किया जाए। इसमें विशेष रूप से छात्र-छात्राएं, शिक्षक, पालक आदि शामिल हो।
सप्ताह के चौथे दिन 04 सितम्बर को नव भारत साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत महिला साक्षरता पर केन्द्रित कार्यक्रम का आयोजन किया जाए। इसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्व-सहायता समूह, मितानिन द्वारा महिला स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, लोकगीत, लोक परंपरा पर चर्चा एवं पारंपरिक खेलों का आयोजन होगा।
सप्ताह के पांचवे दिन 05 सितम्बर को नव भारत साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत महाविद्यालय एवं विद्यालयीन छात्र-छात्राओं के लिए अशिक्षित पालकों को बुनियादी साक्षरता व अंक ज्ञान की आवश्यकता, डिजिटल साक्षरता का उपयोग, वर्तमान समय में वित्तीय साक्षरता, सबके लिए शिक्षा, विधिक साक्षरता, चुनावी साक्षरता, कौशल विकास और जीवन कौशल विषय पर भाषण, निबंध, पोस्टर आदि प्रतियोगिता का आयोजन किया जाए।
सप्ताह के छठवें दिन 06 सितम्बर को उल्लास- नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के शिक्षार्थियों के लिए लेखन कार्यक्रम आयोजित किया जाए। प्रत्येक शिक्षार्थियों के लिए ‘चित्र देखो और लिखो कार्यक्रम’ आयोजन में (उजास, उल्लास- नव भारत साक्षरता कार्यक्रम की प्रवेशिका, पोर्टल के चित्रों का उपयोग) किया जाए।
सप्ताह के सातवें दिन 07 सितम्बर को उल्लास- नव भारत साक्षरता कार्यक्रम पर पंचायत राज संस्थाओं शामिल करते हुए ग्राम पंचायतों में बैठक आयोजित की जाए। इसमें ग्राम पंचायत के सदस्य, किसान, महिलाएं सेवानिवृत्त कर्मचारी, आईसीडीएस, वन स्टॉप सेंटर, महिलाएं, स्कूल प्रबंधन समितियों के सदस्य, स्वयं सहायता समूह, किसान क्लब, नव साक्षर और गैर साक्षर को आमंत्रित किया जाए। साक्षरता सप्ताह के अंतिम दिन 08 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का आयोजन किया जाए। शैक्षणिक संस्थाओं में साक्षरता रैली निकाली जाए। इसमें सभी शासकीय-अशासकीय स्कूलों एवं निजी शैक्षणिक संस्थाओं में प्रातः प्रभात फेरी, साक्षरता रैली, साइकिल रैली का आयोजन कर अंत में साक्षरता का संदेश और नारे का वाचन किया जाए।