ओजस्वी सोनवानी का नीट परीक्षा में शानदार प्रदर्शन, एमबीबीएस में चयन

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कुरुद….  होनहार छात्र ओजस्वी सोनवानी ने नीट (NEET) परीक्षा में शानदार प्रदर्शन कर एमबीबीएस में चयन हासिल किया है। के. सी.पी. एस. स्कुल कुरुद के इस मेधावी छात्र ने अपनी मेहनत और परिवार के समर्थन से न केवल अपने सपनों को साकार किया, बल्कि पूरे समुदाय के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गए हैं। उनके पिता कौशल लाल सोनवानी, माता कल्याणी सोनवानी, दादा शत्रुहन लाल सोनवानी और बड़े भाई ने इस सफर में उनकी हर कदम पर साथ दिया।
परिवार और संस्कारों की भूमिका
ओजस्वी अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को देते हैं। “मेरे माता-पिता ने मुझे मेहनत और ईमानदारी सिखाई, दादा ने धैर्य और अनुशासन का महत्व बताया, और मेरे बड़े भाई, जो इंजीनियरिंग कर रहे हैं, मेरे लिए प्रेरणा रहे,” ओजस्वी ने बताया। घर के संस्कारों ने उन्हें नैतिक रूप से मजबूत बनाया और बड़े लक्ष्य हासिल करने का हौसला दिया।
एमबीबीएस का संकल्प
कक्षा नौवीं में ओजस्वी ने चिकित्सा क्षेत्र में जाने का फैसला किया। “मेरे भाई इंजीनियरिंग कर रहे थे, लेकिन मैं कुछ अलग करना चाहता था। समाज की सेवा के लिए मैंने एमबीबीएस का लक्ष्य चुना,” उन्होंने कहा। इस संकल्प ने उन्हें नीट की कठिन राह पर चलने की प्रेरणा दी।
स्कूल और शिक्षकों का मार्गदर्शन
 के. सी.पी. एस. स्कूल में पढ़ाई के दौरान ओजस्वी को अपने शिक्षकों का भरपूर सहयोग मिला। “शिक्षकों का मार्गदर्शन मेरे लिए सबसे यादगार रहा। वे मेरे लिए सिर्फ शिक्षक नहीं, बल्कि मार्गदर्शक थे, जिन्होंने हर कदम पर मेरा साथ दिया,” उन्होंने बताया।
नीट की तैयारी और चुनौतियां
नीट की तैयारी के लिए ओजस्वी ने कोचिंग के साथ-साथ नियमित स्वाध्याय किया। “शुरुआत में कोचिंग में खान-पान और टाइम मैनेजमेंट की दिक्कत थी। मैंने समय-सारिणी बनाकर इसे संभाला,” उन्होंने कहा। बायोलॉजी उनके लिए सबसे कठिन विषय था। “मैं पहले गणित में रुचि रखता था, लेकिन बायोलॉजी एमबीबीएस के लिए जरूरी थी। शिक्षकों के मार्गदर्शन, बार-बार रिवीजन और नोट्स बनाकर मैंने इसे अपनी ताकत बनाया,” ओजस्वी ने अपनी मेहनत की कहानी साझा की।
भविष्य की योजनाएं
ओजस्वी का सपना है कार्डियोलॉजिस्ट बनना। “मैं कार्डियोलॉजी में विशेषज्ञता हासिल करना चाहता हूं। मेरा लक्ष्य कुरुद में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करना और मरीजों की समर्पण के साथ सेवा करना है,” उन्होंने उत्साह के साथ कहा। उनकी यह सोच उनके सामाजिक दायित्व और क्षेत्र के विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
समुदाय के लिए प्रेरणा
ओजस्वी की उपलब्धि ने कुरुद के छात्रों के लिए एक नया मानदंड स्थापित किया है। उनकी कहानी यह साबित करती है कि मेहनत, परिवार का समर्थन और सही मार्गदर्शन से कोई भी सपना हकीकत बन सकता है। ओजस्वी का यह सफर न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का विषय है।

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