भू-जल स्त्रोतों, भू भौतिकी जांच और बोरवेल डग के संबंध में कलेक्टर ने की समीक्षा

धमतरी। जिले में जल संरक्षण एवं संवर्धन संरचनाओ के निर्माण और भू-जल स्त्रोंतो के वास्तविक स्थिति के आंकलन के उद्देश्य से आज कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी ने सेंट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड एवं एनआईटी रायपुर के विषय विशेषज्ञों की टीम के साथ में विस्तृत चर्चा की। कलेक्टोरेट के एनआईसी कक्ष में आयोजित इस बैठक में सीईओ जिला पंचायत रोमा श्रीवास्तव, कार्यपालन अभियंता जल संसाधन आर.एल.देव, उप संचालक कृषि मोनेश साहू, जिला खाद्य अधिकारी बसंत कोर्राम, डीआईओ उपेन्द्र सिंह चन्देल, सेंट्रल ग्राउंड वॉटर बोर्ड की वैज्ञानिक प्रियंका सोनबरसे, रजनी कान्त शर्मा, मुकेश आनंद, एनआईटी रायपुर से डॉ. डी सी झारिया, डा चन्दन सिंह, डॉ प्रियंका त्रिपाठी, डॉ. मृदु साहू सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक में कलेक्टर ने जिले के सभी भू-जल स्त्रोंतो भू भौतिकी जांच और बोरवेल डग एवं अन्य रीचार्ज स्ट्रक्चर की विस्तृत सर्वे के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। साथ ही जिले की भू-जल ग्रहण क्षमता के संवर्धन हेतु आवश्यक स्ट्रक्चरो पर भी सुझाव मंगाया गया। कलेक्टर सुश्री गांधी ने जिले के विभिन्न उद्योगों में कम से कम पानी का उपयोग करने के लिए आगामी दिनों में कार्यशाला आयोजित करने की बात कही। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि वे जिले में किसानों को अपने खेतों में पानी का सही-सही उपयोग कैसे करें इसकी जानकारी दी जाये। साथ ही विभिन्न भवनों के आसपास बने रैन वॉटर हार्वेस्टिंग को भी दुरूस्त कराने कहा, जिससे कि भू-जल स्तर में बढ़ोत्तरी हो।

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