सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद कारोबारियों से वसूलनी थी रंगदारी, बिश्नोई के शूटर्स का खुलासा

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पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या करने के बाद लारेंस विश्नोई-गोल्डी बराड़ गिरोह को दिल्ली व हरियाणा के आठ कारोबारियों से रंगदारी वसूलनी थी। लारेंस गिरोह ने इन कारोबारियों से पांच करोड़ से लेकर 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी, मगर सभी ने रंगदारी देने से मना कर दिया। कनाडा में बैठे गोल्डी को इन कारोबारियों से रंगदारी वसूलनी थी। इसके लिए गोल्डी ने शूटर को हथियार व पैसे भिजवा दिए थे। यह खुलासा रोहिणी, दिल्ली से शनिवार को गिरफ्तार लारेंस गिरोह के तीन शूटर ने किया है।

स्पेशल सेल में तैनात एसीपी वेदप्रकाश की देखरेख में इंस्पेक्टर पूरनपंत, इंस्पेक्टर विक्रम सांगवान व इंस्पेक्टर रवि तुषीर की टीम ने लारेंस विश्नोई गिरोह के तीन शूटर वार्ड नंबर-तीन, गांव बेरी झज्जर हरियाणा निवासी नवीन कादयान(23), मनोज कादयान (28), कर्मबीर कादयान(28) को रोहिणी इलाके से मुठभेड़ के बाद शनिवार को गिरफ्तार किया था। आरोपियों ने खुलासा किया है कि पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या करने वाला शूटर कशिश उर्फ कुलदीप उनके गांव का ही रहने वाला है। 

गुरुग्राम में शराब के ठेेके को लूटने के बाद इनकी कशिश से मुलाकात हुई। कशिश ने उनकी गोल्डी से बात करवाई थी। इसके बाद वह लारेंस विश्नोई-गोल्डी बरामद गिरोह में शामिल हो गए। इन शूटर ने पूछताछ में बताया है कि वह अभी गोल्डी के संपर्क में था। गोल्डी से हाल ही में इन्होंने 15 से 20 बार बात की थी। इन्होंने बताया कि इन्हें दिल्ली के तीन व हरियाणा-पंजाब के पांच कारोबारियों से रंगदारी वसूलनी थी। 

लारेंस के भांजे सचिन ने इन कारोबारियों से रंगदारी मांगी थी। इन कारोबारियों ने अभी तक रंगदारी नहीं दी थी। सिद्धू मूसेवाला की हत्या से  पहले सचिन फर्जी पासपोर्ट पर विदेश भाग गया। ऐसे में अब इन कारोबारियों से रंगदारी गोल्डी को वसूल करवानी थी। उसने इन तीनों शूटर को जिम्मा सौंपा था। शूटर ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उन्हें हर हाल में रंगदारी वसूलने के लिए बोला गया था। अगर कारोबारी रंगदारी नहीं देते तो उनके घरों पर फायरिंग करनी थी। उन्हें हत्या करने के लिए भी बोला गया था। गोल्डी बरार उन्हें सिंगल एप के जरिए बात करता था।

हरिद्वार व पानीपत में भिजवाए थे हथियार
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद लारेंस विश्रोई-गोल्डी गिरोह पर पैसे की कमी हो गई है। ऐसे में गोल्डी ने इन कारोबारियों से रंगदारी लेने का जिम्मा उठाया था। उसने शूटरों को पैवे व हथियारों को इंतजाम करवा दिया था। गोल्डी ने शूटर को करीब डेढ़ लाख रुपये पानीपत में दिलवाए थे। शूटर को हथियार हरिद्वार व दिल्ली में दिए गए थे। पैसे व हथियार हाल ही में दिए गए थे। 

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पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या करने के बाद लारेंस विश्नोई-गोल्डी बराड़ गिरोह को दिल्ली व हरियाणा के आठ कारोबारियों से रंगदारी वसूलनी थी। लारेंस गिरोह ने इन कारोबारियों से पांच करोड़ से लेकर 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी, मगर सभी ने रंगदारी देने से मना कर दिया। कनाडा में बैठे गोल्डी को इन कारोबारियों से रंगदारी वसूलनी थी। इसके लिए गोल्डी ने शूटर को हथियार व पैसे भिजवा दिए थे। यह खुलासा रोहिणी, दिल्ली से शनिवार को गिरफ्तार लारेंस गिरोह के तीन शूटर ने किया है।

स्पेशल सेल में तैनात एसीपी वेदप्रकाश की देखरेख में इंस्पेक्टर पूरनपंत, इंस्पेक्टर विक्रम सांगवान व इंस्पेक्टर रवि तुषीर की टीम ने लारेंस विश्नोई गिरोह के तीन शूटर वार्ड नंबर-तीन, गांव बेरी झज्जर हरियाणा निवासी नवीन कादयान(23), मनोज कादयान (28), कर्मबीर कादयान(28) को रोहिणी इलाके से मुठभेड़ के बाद शनिवार को गिरफ्तार किया था। आरोपियों ने खुलासा किया है कि पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या करने वाला शूटर कशिश उर्फ कुलदीप उनके गांव का ही रहने वाला है। 

गुरुग्राम में शराब के ठेेके को लूटने के बाद इनकी कशिश से मुलाकात हुई। कशिश ने उनकी गोल्डी से बात करवाई थी। इसके बाद वह लारेंस विश्नोई-गोल्डी बरामद गिरोह में शामिल हो गए। इन शूटर ने पूछताछ में बताया है कि वह अभी गोल्डी के संपर्क में था। गोल्डी से हाल ही में इन्होंने 15 से 20 बार बात की थी। इन्होंने बताया कि इन्हें दिल्ली के तीन व हरियाणा-पंजाब के पांच कारोबारियों से रंगदारी वसूलनी थी। 

लारेंस के भांजे सचिन ने इन कारोबारियों से रंगदारी मांगी थी। इन कारोबारियों ने अभी तक रंगदारी नहीं दी थी। सिद्धू मूसेवाला की हत्या से  पहले सचिन फर्जी पासपोर्ट पर विदेश भाग गया। ऐसे में अब इन कारोबारियों से रंगदारी गोल्डी को वसूल करवानी थी। उसने इन तीनों शूटर को जिम्मा सौंपा था। शूटर ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उन्हें हर हाल में रंगदारी वसूलने के लिए बोला गया था। अगर कारोबारी रंगदारी नहीं देते तो उनके घरों पर फायरिंग करनी थी। उन्हें हत्या करने के लिए भी बोला गया था। गोल्डी बरार उन्हें सिंगल एप के जरिए बात करता था।

हरिद्वार व पानीपत में भिजवाए थे हथियार

सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद लारेंस विश्रोई-गोल्डी गिरोह पर पैसे की कमी हो गई है। ऐसे में गोल्डी ने इन कारोबारियों से रंगदारी लेने का जिम्मा उठाया था। उसने शूटरों को पैवे व हथियारों को इंतजाम करवा दिया था। गोल्डी ने शूटर को करीब डेढ़ लाख रुपये पानीपत में दिलवाए थे। शूटर को हथियार हरिद्वार व दिल्ली में दिए गए थे। पैसे व हथियार हाल ही में दिए गए थे। 

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