धमतरी@ विश्वनाथ गुप्ता…. छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों की तरह धमतरी में चाकू बाजी से मौत का ग्राफ तेजी से बड़ा है अन्य घटनाएं तो आम बात हो गई है पहले बंगाल ,यूपी ,बिहार की घटनाओं को सुन लोग खौफ खाते थे की छत्तीसगढ़ बहुत शांत इलाका है लेकिन वक्त ने ऐसी करवट बदली की बाकी प्रदेशों की अपेक्षा छत्तीसगढ़ राज्य में खून खराबा,लूटपाट,अन्य घटनाएं बड़ी है .
धमतरी जिले को नंबर 1 माना जा सकता है नक्सल प्रभावित इलाकों को छोड़ दे तो ,,सबसे ज्यादा मर्डर मिस्ट्री धमतरी जिले से पिछले कुछ सालों में सबसे जायदा देखने को मिली है निश्चित।इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता इसके पीछे बाहरी लोगो का प्रवेश और छत्तीसगढ़ में बड़ रहे सूखे नशे का पनपना है जिस पर लगाम सही समय पर पुलिस नही लगा पाई जिसके चलते युवा वर्ग की पहली पसंद सुखा नाश बना क्योंकि शराब ,गंजा,महुआ जैसे नशों का नशा करने से ,,बदबू आती है लेकिन सुखा नशा करने से नही ,,इस लिए आमतौर पर घर से छुप कर नशा करने वाले युआन की पहली पसंद सुखा नशा बना जिसने ,,कई जिलों की शांति की दिशा ही बदल दी है
सभी अपराधो पर पुलिस का अंकुश लगा पाना मुश्किल होगा क्योंकि नई पीढ़ी के अपराध करने और शामिल रहने का तरीका भी बदल गया है जिसे पुरानेठर्रे पर चल रहे कानून व्यवस्था से लगाम लगा पाना मुश्किल है
इस लिए परिवार के लोगो को और जागरूक लोगो को खुल कर सामने आना होगा और घर का बच्चा कौन सी दिशा में बड़ रहा है उसकी जानकारी रखनी होगी
सिर्फ पैदा कर के भविष्य सुनिश्चित नही होता उसकी संपूर्ण देख रेख की भी जिम्मेदारी परिवार की है
अब सिर्फ कानून के भरोसे ये जंग पूरी नहीं होगी परिवार ,,जागरूक लोग और जनता के चहेते कहे जाने वाले जनप्रतिनिधि लोगो को भी खुल कर मैदान में उतरना होगा और अगर नही उतर सकते तो पुलिस विभाग ने 112 नंबर पर गुप्त सूचना देने की सुविधा प्रदान की है शायद आपका एक कदम किसी की जिंदगी बचा सकती हैं
विशेष…112 आल इंडिया हेल्प लाइन नंबर है इस नंबर में आप पुलिस,, एंबुलेंस,,और अग्नि समन,, से सबंधित सूचना भी दे सकते है




