धमतरी@ विश्वनाथ गुप्ता। धमतरी में बटन बाजों को रोक पाने में पुलिस कामयाब नहीं हो पा रही है, कारण नीला गुलाबी नशा और हद से ज्यादा शराब खोरी है। ऐसा कोई भी त्योहार नही रहा जब किसी की मौत न हो। काम समय में काल के गर्त में समा रहे है युवा, पुलिस कितनी भी कड़ी कार्यवाही कर ले लेकिन हमारे देश का कानून अपराधियों को राहत देने के लिए बना है जिसमे नाबालिक बच्चे बड़े अपराधी के रूप में सामने आ रहे है। पुलिस कार्यवाही कर जेल भेज तो देती है, लेकिन लचर व्यवस्था के कारण ये अपराधी फिर बाहर दिखाई देते है।
सबसे बड़ी वजह गवाह का न मिलना, मजबूरी में विवेक को खाना पूर्ति पूरी करने के लिए गवाह का जुगाड बिठाना पड़ता है जिसे कुछ नही मालूम कहना होता है और ऐसे आदतन अपराधी बड़े मजे से बाहर घूमते रहते हैं जिला बदर कार्यवाई भी इनके लिए मौज ही है।
बीते दिनों की घटनाओं ने लोगों के जहन में सवाल खड़ा कर दिया है कि वे कितने सुरक्षित है जब पुलिस खुद ही सुरक्षित नहीं है इसका उदहारण एक पुलिस कर्मी खुद अपने ही थाना क्षेत्र में आवेदन दिया है
इसमें पुलिस की काबिलियत में कोई कसर नहीं है इसका सिर्फ और सिर्फ कारण न्यायलय से अपराधियों का सही गवाह का न होना और बरी हो जाना है इस पर अब सत्ताभोगी सरकारों का कड़ा फैसला लेना ही काम कर सकता है और फैसला लेने में कोई असमर्थता महसूस हो रही है तो अपने ही पार्टी के दिग्गज मुख्य मंत्री आदित्य नाथ जी योगी से सलाह लेना चाहिए। फिलहाल तो बस यही कहा जा सकता है स्टे होम,,बटन ची वायरस इन धमतरी ….