प्रदीप साहू @ नगरी। नगरी क्षेत्र में भी आई फ्लू ने अपनी दस्तक दे दी है.बच्चों से लेकर बुजुर्ग सभी इस कन्जक्टीवाइरस के चपेट में आ रहे हैं. नगरी सिविल अस्पताल में प्रतिदिन 15 से 20 आई फ्लू के संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. आई फ्लू के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग चौकन्ना हो चुका है.नगरी अस्पताल में आई फ्लू से बचाव के लिए आई ड्राप्स एवं दवाई उपलब्ध है.वहीं कन्जक्टीवाइस आई फ्लू के बचाव और संक्रमण को रोकने स्वास्थ्य विभाग जनजागरूकता अभियान भी चला रहा है.
आइफ्लू के लक्षण
सूजन और दर्द के साथ आंखें लाल होना।
आंखें खोलकर रखने में दिक्कत होना या धुंधला दिखाई देना।
आंखों से पानी बहना और सफेद रंग का कीचड़ आना।
पलकों के ऊपर पीले रंग का गाढ़ा और चिपचिपा पदार्थ बनना।
आइफ्लू होने पर यह करें
आंखों को हाथ से ना छुएं।
पानी से आंखों को बार-बार धोते रहें।
हाथों को साफ रखें।
टीवी, मोबाइल व ऐसी चीजों से दूरी रखें जिन्हें अन्य लोग भी इस्तेमाल करते हैं।
आइ फ्लू होने पर बच्चों को स्कूल न भेजें।
काला चश्मा पहनने से राहत मिलेगी।
डॉक्टर बोले-हाथों को आंख से दूर रखें, बचे रहेंगे
इस बार आई फ्लू के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं। जबकि, बैक्टीरियल आई फ्लू के एक-दो केस ही ओपीडी में पहुंच रहे हैं। इनके बचाव का सबसे बेहतर उपाय है कि लोग आंखों से हाथ को दूर रखें। क्योंकि, बार-बार आंख छूने पर ही यह बीमारियां फैलती हैं। हमीदिया की नेत्र विभाग ओपीडी में मरीजों का इलाज कर रहे पीजी स्टूडेंट्स भी इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं।