धमतरी। जिले में पशुधन के लिए मोबाईल पशु चिकित्सा इकाई एवं कॉल सेंटर सेवाओं को आरंभ किया गया है, जिसका शुभारंभ प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बीते 20 अगस्त को वर्चुआल कार्यक्रम के दौरान किया। जिले में मोबाईल पशु चिकित्सा इकाई एवं कॉल सेंटर प्रारंभ होने पर कलेक्टर श्री ऋतुराज रघुवंशी ने कहा कि पशु चिकित्सा मोबाईल यूनिट और कॉल सेंटर प्रारंभ होने से दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के पशुपालकों के पशुओं को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो रही है। दूरस्थ एवं अंदरूनी क्षेत्रों के पशुपालकों को अब मुख्यालय अथवा पशु चिकित्सालय तक जाकर पशुओं का ईलाज कराने की जरूरत नहीं होगी। वहीं विभाग द्वारा प्रदाय की जाने वाली विभिन्न सेवाओं, शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं सहित पशु चिकित्सक भी गांव-गांव पहुंचकर पशुओं का ईलाज मुहैय्या करा रहे हैं।
बता दें कि जिले के प्रत्येक विकासखण्ड में एक-एक मोबाईल पशु चिकित्सा इकाई का संचालन किया जा रहा है। इसमेंएक पशु चिकित्सक, एक सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी एवं एक ड्राईवर सह परिचारक कार्य करते है। इस मोबाईल पशु चिकित्सा इकाई के जरिए रोस्टर अनुसार दूरस्थ ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के गौठानों में भ्रमण एवं शिविर आयोजित कर पशुओं का उपचार, टीकाकरण, कृत्रिम गर्भाधान इत्यादि कार्य किया जा रहा है। इस यूनिट में प्रयोगशाला भी है, जिसमें विभिन्न प्रकार की जांच सुविधाएं उपलब्ध है। मौके पर ही गोबर नमूना, खून, दूध इत्यादि की जांच कर बीमारियों के कारण का पता लगाया जा रहा है। पशु चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए पशुपालकों के लिए कॉल सेंट की स्थापना भी की गई है, जिसका टोल फ्री नंबर 1962 है। इस नंबर पर सुबह 8 से शाम 4 बजे तक पशुपालक कॉल करके चिकित्सा संबंधी परामर्श ले सकते हैं।
जिले में मोबाईल चिकित्सा इकाई के जरिए चारों विकासखण्डों में अब तक 32 गौठान ग्रामों में निःशुल्क पशु चिकित्सा शिविर आयोजित किए गए हैं, जिसमें 1039 पशु उपचार, 578 औषधि वितरण, 14 बधियाकरण, 63 सैम्पल की जांच और 478 टीकाकरण किया गया है। इसी तरह टोल फ्री नंबर के द्वारा जिले के लगभग 150 पशुपालक लाभान्वित हुए हैं।