योजनाओं के निर्माण में आवश्यकताओं का रखें ध्यान: वन मंत्री केदार कश्यप

जिला खनिज संस्थान न्यास कोंडागांव के शासी परिषद की हुई बैठक

रायपुर। जिला खनिज संस्थान न्यास के शासी परिषद की बैठक बुधवार को कोण्डागांव जिला कार्यालय के प्रथम तल स्थित सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक में 38.60 करोड़ रुपए के कार्यों का पुनरीक्षित अनुमोदन किया गया। इसके साथ ही विभिन्न विकास कार्यों पर चर्चा की गई।
वन एवं जलवायु परिवर्तन, जल संसाधन तथा सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने इस अवसर पर कहा कि योजनाओं का निर्माण आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए करना चाहिए, जिससे अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिले। उन्होंने योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता बरते जाने पर भी जोर दिया। उन्होंने वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यकता अनुसार अधोसंरचनाओं के निर्माण के साथ ही युवाओं के विकास के लिए भी कार्य करने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि युवाओं को केंद्र में रखते हुए विकास कार्य करने के साथ ही सतत संवाद स्थापित करने पर भी जोर देने की आवश्यकता है। उन्होंने अंदरुनी क्षेत्रों में रहने वाले युवाओं को प्रतिभा संपन्न बताते हुए कहा कि उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए अधिक से अधिक खेल तथा सांस्कृतिक आयोजन किया जाना चाहिए। उन्होंने जनजातीय संस्कृति के संरक्षण हेतु अधिक से अधिक कार्य करने तथा परगना स्तर पर आयोजित मेले-मंड़इयों के आयोजन के साथ ही देवगुड़ियों के निर्माण हेतु आवश्यक सहयोग प्रदान करने पर भी जोर दिया। उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन के कृषि आधुनिकीकरण के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए कृषि उपकरण के उपयोग को बढ़ावा दिए जाने पर भी जोर दिया। उन्होंने आयरनयुक्त पानी वाले क्षेत्रों में लोगों को स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति हेतु कार्य करने पर जोर दिया। इसके साथ ही उन्होंने नदी किनारे विद्युतीकरण करते हुए किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने की बात भी कही।
इस अवसर पर कोंडागांव विधायक लता उसेंडी ने कहा कि कोंडागांव जिला पर्यटन की संभावनाओं से भरपूर है। यहां पर्यटन संबंधी सुविधाओं का विकास कर रोजगार निर्माण का कार्य किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यहां इको पर्यटन, वन पर्यटन, शिल्प सहित विभिन्न क्षेत्रों में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि बस्तर पर्यटन की दृष्टि से प्रदेश में महत्वपूर्ण स्थान रखता है तथा इसी कड़ी में जिले के पर्यटकों की आवाजाही को बढ़ाई जा सकती है। उन्होंने इस दौरान जर्जर स्कूलों की तत्काल मरम्मत, अति जर्जर स्कूलों के ध्वस्त करने तथा आश्रम-छात्रावासों में पेयजल, शौचालय आदि आधारभूत सुविधाएं व्यवस्थित रुप से उपलब्ध कराने पर जोर दिया। उन्होंने सिटी बसों के पुनः संचालन के लिए पहल करने की जरुरत भी बताई।

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