गुहाननाला के किसानों ने रबी में दलहन, तिलहन और सब्जीवर्गीय फसल लेने का लिया फैसला
खरीफ फसल की पराली नहीं जलाने का भी सर्वसम्मति से लिया गया निर्णय
धमतरी। जिले में जल एवं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अनेक कार्य किए गए हैं। इन्हीं में से एक है फसल चक्र परिवर्तन। जिला प्रशासन द्वारा लगातार गांव-गांव में पहुंचक लोगों को फसल चक्र परिवर्त के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। नतीजन अन्य गांवों के साथ ही साथ वनांचल के किसान भी रबी में दलहन, तिलहन और नगदी फसल लेने की ओर अग्रसर हो रहे हैं। नगरी विकासखण्ड के ग्राम गुहाननाला के किसान धान के बदले दलहन, तिलहन पर जोर दिया है।
इसके लिए ग्राम गुहाननाला में किसानों का महत्वपूर्ण बैठक बीते दिनों संपन्न हुआ, जिसमें इस बार रबी के सीजन में धान की रकबा कम से कम मात्रा में लेने के लिए किसान संकल्पित हुए और प्रति पंप एक से सवा एकड़ पर धान की फसल लिया जावे और बचत रकबा पर दलहन, तिलहन एवं सब्जी वर्गीय फसल लेने हेतु एकमत से किसान सहमत हुए। साथ ही जो किसान नियम को उल्लंघन करते पाए जाएगा उन्हें 25 हजार रूपये का अर्थ दण्ड भी रखा गया है। ग्राम गुहाननाला के किसान इस बार भूजल स्तर को देखते हुए यह निर्णय लिया है, जिसको सभी किसान भाइयों ने समर्थन किया है। इसके साथ ही खरीफ की पराली खेत में नहीं जलाने और पराली को अन्य कार्यों में उपयोग करने के लिए भी बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। बैठक में ग्रामसभा अध्यक्ष मुकेश मंडावी, बंसीलाल सोरी कृषि सभापति जनपद पंचायत नगरी, राजा वाटी, हीरालाल मरकाम, जयलाल मरकाम, अमृत लाल मंडावी, तुलसीराम सोरी, अकालू नेताम सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण और किसान उपस्थित रहे।