कुरूद। छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध चित्रकार और समाजसेवी बसंत साहू को उनके जन्मदिन के शुभ अवसर पर दिल्ली से आए एन सी पी ई डी पी संस्था के डायरेक्टर सुमित गुप्ता एवं स्नेहा के हाथों एनसीपीईडीपी संस्था के द्वारा हेलन केलर अवार्ड 2024 से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ विकलांग मंच, दिव्यांग प्रेरणा जन कल्याण समिति धमतरी के द्वारा भी चित्रकार बसंत साहू स्मृति चिन्ह, शाल एवं श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया ।
बसंत साहू के द्वारा बनाए चित्रों का संग्रह देश के विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों पर किया गया है, जिनमें राष्ट्रपति भवन, राजभवन, दिल्ली संग्रहालय और कई अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय शामिल हैं।
विदित हो कि 51वर्ष के बसंत साहू 29 साल पहले एक दुर्घटना के बाद शारीरिक रूप से काफी अक्षम हो चुके हैं l उनके शारीरिक स्थिति का 90 प्रतिशत प्रभावित होने के बावजूद वे कड़ी संघर्ष के बाद दृढ़ आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति से कार्य कर प्रदेश ही नहीं अपितु पूरे देश में उनके द्वारा बनाए चित्रों से पहचान हासिल की।
बसंत साहू का जीवन केवल एक व्यक्तिगत संघर्ष की कहानी नहीं है, बल्कि यह उन सभी के लिए प्रेरणा है जो जीवन की कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। बसंत साहब ने व्हीलचेयर में बैठे-बैठे 16000 से अधिक चित्रकारियाँ की है l बसंत साहू जी शारीरिक दर्द सहते हुए एक चित्र को चार से पांच दिन में बना लेते हैंl
उन्होंने अपनी कला के माध्यम से छत्तीसगढ़ की लोक कला, परंपराओं और सामाजिक मुद्दों को जीवित रखा है। उनके चित्रों में देश की संस्कृति, छत्तीसगढ़ी लोकनृत्य, पारंपरिक परिधान की खूबसूरती निहारते हुए जीवन की उमंग, खेल कूद, प्रेम, स्नेह की चित्रांकन किया है।
कुरूद क्षेत्र में प्रतिभाओं की कमी नहीं है बल्कि उन्हें एक मंच की आवश्यकता है। कुरूद में एक कला आर्ट की स्कूल शासन द्वारा संचालित किया जाने की मांग की है।
बसंत फाउंडेशन के द्वारा क्षेत्र के नई-नई प्रतिभाओं को निखारने बालक बालिकाएं सीख रहे हैं। दिव्यांग संघ से ईश्वर छाटा, थानेश्वर कुमार निषाद, बसंत बिश्नोई, संतोषी बिश्नोई, डेरहा राम साहू, रोहित कुमार साहू ने भी पहुंच कर श्री साहू का उत्साह वर्धन किया।