सत्य सनातन धर्म का अर्थ सत्य सतनाम धर्म का परिचायक अर्थात मनखे मनखे एक समान – दीपक सिंह ठाकुर

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धमतरी @ विश्वनाथ गुप्ता। सतनाम धर्म सतनाम समाज के पंथी नृत्य प्रतियोगिता में सम्मिलित हुए सनातन सेना के सैनिक, कार्यक्रम ग्राम तेलीन सत्ती में सतनामी समाज के वरिष्ठ भाइयों द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में सनातन सेना के श्री दीपक सिंह ठाकुर जी को आमंत्रित किया गया था, जहां दीपक ठाकुरजी ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज ही के दिन इस पावन भूमि में परम् पूज्य गुरुदेव श्री घासीदास बाबा का अवतरण हुआ था, उन्होंने समाज के लिए अनेकों उत्कृष्ट कार्य किए एवं अपने सात सिद्धांत समाज के समक्ष रखे जिसमें सत्य, अहिंसा, सभी जीवों से प्रेम, दुर्व्यसनों का त्याग, पाप और व्यभिचार से दूरी, एवम सभी जाति धर्म को एक समान बताकर एक सतनाम धर्म और सतनाम समाज की स्थापना की।बाबा जी ने मनखे मनखे एक समान के सिद्धांत को मानव जीवन में उतारने का प्रयास किया, उपरोक्त्त कार्यक्रम में विशाल राव, जतिन देवांगन, नितेश साहू, गोपाल साहू, लक्ष्मी सोनी आदि सम्मिलित हुए। कार्यक्रम में दीपक सिंह ठाकुर ने भारत माता की जय, वन्दे मातरम के जयघोष के साथ समस्त सतनाम समाज के भाइयों और बहनों के उज्ज्वल भविष्य और सुखमय जीवन की प्रार्थना परम् पूज्य गुरुदेव घासी दास बाबा से की और सबको प्रेम व्यवहार के साथ उत्कृष्ट समाज के निर्माण की नई राह दिखाने हेतु आशीर्वाद प्राप्त किया।

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