धमतरी @ विश्वनाथ गुप्ता…. धमतरी नगर निगम ने कोतवाली थाना परिसर के सामने गांधी मैदान को संरक्षित करने और व्यवस्था को दुरुस्त करने बाउंड्री वॉल सहित चेकर टाइल्स लगाने का ठेका किया था जो तकरीबन 30 से 35 लाख से भी ऊपर का काम था जिसमे आम जन के लिए शौचालय भी बनाना था लेकिन शौचालय बनाते समय ठेकेदार को पानी की टंकी में पानी सप्लाई कहा से होगी इसकी जानकारी नहीं थी तो उसने उसे वरुण देव के भरोसे अर्थात बरसात के मौसम में भर जाएगी सोच कर बना डाला ,,जिसकी टंकी पाइप लाइन ,,वाशिंग नल सब लगाया लेकिन टंकी में पानी भगवान भरोसे सोच कर छोड़ दिया और सबसे बड़ी बात ये है की निगम ने इसका पूरा पेमेंट भी तत्कालीन ठेकेदार को आपसी मिलीभगत के चक्कर में आनन फानन कर दिया ,,जिससे प्रतीत होता है कमीशन का चक्कर ही ऐसा है की धमतरी में ऐसे बहुत सी खामियों वाला कंट्रक्शन देखने को मिल जायेगा जो अजूबे से कम नहीं ,,,,जानकारी लगने पर लिपा पोती को जरूर की जाएगी की ऐसा था वैसा था ये होना था वो होना था ,,लेकिन शौचालय की इस दुर्दशा के चलते वो किसी काम का नही और बीमारियों को दावत दे रहा है .
अब देखे न खायेंगे न खाने देंगे वाली व्यवस्था इस पर क्या कार्यवाई करती है.



