धमतरी…. धमतरी जिले में कृषि विविधीकरण को प्रोत्साहित करने तथा कृषकों की आय में वृद्धि के उद्देश्य से दलहन एवं तिलहन फसलों के क्षेत्र विस्तार हेतु व्यापक स्तर पर फसल चक्र परिवर्तन अभियान संचालित किया जा रहा है। अभियान के अंतर्गत कृषि विभाग द्वारा निरंतर प्रचार-प्रसार एवं व्यक्तिगत संपर्क के माध्यम से कृषकों को शत-प्रतिशत फसल चक्र अपनाने हेतु प्रेरित किया जा रहा है।
कृषि विभाग के मैदानी अमले द्वारा ग्रीष्मकालीन धान के स्थान पर दलहनी, तिलहनी, लघु धान्य एवं मक्का जैसी वैकल्पिक फसलों के उत्पादन हेतु कृषकों को जागरूक किया जा रहा है, जिससे मृदा स्वास्थ्य में सुधार के साथ-साथ उत्पादन लागत में कमी एवं लाभप्रद खेती को बढ़ावा मिल सके।
इस अभियान के तहत जिले की प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों एवं ग्रामों में शिविरों का आयोजन किया जा रहा है, जिनमें कृषकों को ऋण वितरण, बीज वितरण, बीज उत्पादन एवं कृषि विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी जा रही है।
जिले की प्राथमिक साख सहकारी समितियों में वर्तमान में सरसों फसल के 16.40 क्विंटल बीज उपलब्ध हैं। योजनान्तर्गत अब तक 800 हेक्टेयर रकबे के लिए 40.00 क्विंटल बीज का वितरण कृषकों को किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त कुसुम एवं मूंगफली फसलों के प्रदर्शन हेतु बीज की व्यवस्था कर 105 हेक्टेयर क्षेत्र में बोनी पूर्ण कर ली गई है।
कृषकों की मांग को दृष्टिगत रखते हुए सूरजमुखी फसल के बीज का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित किया गया है। जिले में अब तक लगभग 4575 हेक्टेयर रकबे में तिलहनी फसलों की बोनी की जा चुकी है, जो अभियान की सफलता को दर्शाता है|
उप संचालक कृषि मोनेश साहू ने जानकारी दी कि सोयाबीन बीज की मांग जिले के कृषकों द्वारा नहीं किए जाने के कारण उसका भंडारण नहीं किया गया है। इसके स्थान पर कृषकों की आवश्यकता अनुसार सूरजमुखी एवं अन्य तिलहनी फसलों के बीज की समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है।
कृषि विभाग द्वारा आगामी दिनों में भी फसल चक्र परिवर्तन अभियान को और सुदृढ़ करते हुए कृषकों को तकनीकी मार्गदर्शन, गुणवत्तायुक्त बीज एवं आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाते रहेंगे, जिससे जिले में तिलहन एवं दलहन उत्पादन को नई दिशा मिल सके।


