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चाहता था। लेकिन उसे शराब की लत थी।
इसको लेकर वह परिवार से झगड़ा करता था। मां ने पिछले माह ही रोहित को अपनी प्रॉपर्टी से बेदखल कर दिया था। इसके बाद से वह कभी आत्महत्या करने की धमकी देता था तो कभी भाइयों को मारने की बात करता था। पुलिस ने रविवार को पोस्टमार्टम के बाद यश का शव परिवार के हवाले कर दिया है। नंद नगरी थाना पुलिस परिजनों से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।
पुलिस के मुताबिक यश अपने परिवार के साथ नंद नगरी ई-ब्लॉक में रहता था। इसके परिवार में मां माया देवी के अलावा दो बड़े भाई प्रशांत (23) और बड़ा भाई रोहित (25) हैं।
यश एक कंपनी में डिलीवरी ब्वॉय का काम करता था जबकि प्रशांत इग्नू से एमए कर रहा है। यश के पिता देवेंद्र कुमार नंद नगरी में ही एक फोटो स्टूडियो चलाते थे। वर्ष 2020 में
कोविड से देवेंद्र की मौत हो गई। इसके बाद रोहित ने पिता का फोटो स्टूडियो संभाल लिया था। रोहित को शराब की लत थी। वह शराब पीकर अक्सर हंगामा करता था।
देवेंद्र की मौत के बाद उसका मकान माया देवी के नाम पर आ गया था। रोहित चाहता था कि पूरा मकान उसके नाम पर हो जाए। लेकिन माया तीनों भाईयों का मकान होने की बात करती थी। इस बात पर रोहित झगड़ा करता था। कई बार वह छोटे भाइयों के साथ मारपीट भी करता था। परेशान होकर माया देवी ने अगस्त में रोहित को अपनी प्रॉपर्टी से बेदखल कर दिया था।
इस बात से वह काफी खफा था। आरोप है कि शनिवार शाम करीब 6.15 बजे वह शराब के नशे में घर पहुंचा और हंगामा करने लगा। उसने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डाला और
आत्महत्या करने की बात करने लगा। शोर-शराबे के बीच परिवार ने पुलिस को खबर दे दी। इसके बाद मौके पर पीसीआर पहुंची। रोहित को पकड़कर अस्पताल ले जाया गया।
करीब 10 बजे उसे वापस घर पर छोड़ दिया गया। घर आते ही आरोपी दोबारा झगड़ा करने लगा। गाली-गलौज के बीच वह कैंची उठाकर दोनों भाइयों को मारने दौड़ा। आरोपी ने यश को पकड़ा और उसके सीने में कैंची घोंप दी। कैंची लगते ही उसके सीने से खून का फुव्वारा निकला। परिवार जब तक उसे अस्पताल लेकर भागा तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। करीब 10.30 बजे जीटीबी अस्पताल से पुलिस को यश की मौत की सूचना मिली। पुलिस ने वारदात के कुछ ही देर बाद आरोपी रोहित को दबोच लिया।
एक बेटे की मौत को दूसरा जेल में, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल…
माया देवी की आंखों से आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे थे, रोते-रोते बार-बार वह बेहोश हो रही थीं। एक बेटे की मौत हो गई तो दूसरा जेल चला गया। बाकी परिजन माया को
सांत्वना का प्रयास कर रहे थे। प्रशांत ने बताया कि पुलिस की लापरवाही से उनके परिवार के साथ यह हुआ है। दरअसल पुलिस कार्रवाई करते हुए उसके भाई को एक-दो दिन बंद
रखती तो शायद यश आज जिंदा होता। पुलिस रोहित को घर छोड़ गई और उसने वारदात को अंजाम दिया।
मां रोकती रह गई और रोहित ने यश के सीने में घोंप दी कैंची…
माया देवी रोहित को रोकती रह गई और रोहित ने यश को पकड़कर उसके सीने में कैंची घोंप दी। कैंची लगते ही यश गिर गया और उसके सीने से खून बहने लगा। माया देवी मदद
के लिए चिल्लाती रही। कुछ देर बाद पड़ोसियों की मदद से यश को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। यश की मौत के बाद से माया देवी बदहवास हो
गई। रोहित वारदात के बाद भी नशे की हालत में गाली-गलौज करता रहा। बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके पास से वारदात में इस्तेमाल कैंची भी बरामद कर ली है।
में हुई है। आरोपियों ने पहले अरुण को लोहे की रॉड से पीटा। इसके बाद चाकू निकालकर उसके सीने और पेट पर कई वार किए। बाद में आरोपी फरार हो गए। सूचना मिलते ही
मौके पर पहुंची पुलिस ने अरुण को नजदीकी वल्लभ भाई पटेल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
अरुण के सा मौजूद दोस्तों ने एरिया के 78 गैंग पर हत्या करने का आरोप लगाया है। पटेल नगर और आसपास के इलाकों में 78 गैंग का आतंक है। गैंग कई बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुका है। पुलिस हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की पहचान के प्रयास कर रही है। वारदात में कई नाबालिग लड़कों के भी शामिल होने की बात सामने आ रही है।
जानकारी के अनुसार अरुण परिवार के साथ गली नंबर-21, बलजीत नगर में रहता था। इसके परिवार में पिता अमरीक सिंह पांचाल, मां, चार बहनें व बड़ा भाई सतीश पांचाल है। दोनों भाइयों का वेल्डिंग का काम था। रविवार को छुट्टी होने की वजह से अरुण अपने दोस्तों के साथ प्रेम नगर, गली नंबर-3 के पास एमसीडी पार्क में बैठा हुआ था। इस बीच वहां
पांच-छह लड़के पहुंचे। सभी लड़के 78 गैंग के बताए जा रहे हैं। आते ही आरोपियों ने सभी लड़कों की जेब से रुपये निकाल लिये। विरोध करने पर आरोपियों ने लड़कों को जान से
मारने की धमकी दी। इन लड़कों ने अरुण की जेब से भी 150 रुपये निकाल लिये। बाद में लड़के जाने लगे।
अरुण ने आरोपियों के पीछे जाकर अपने रुपये मांगे। इस बात पर आरोपी भड़क गए। इन लड़कों ने अरुण पर पहले रॉड से हमला किया, बाद में चाकू से हमला कर दिया। हमला करने वालों में कई नाबालिग लड़के भी शामिल थे। बाद में सभी आरोपी फरार हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने अरुण को अस्पताल पहुंचाया। बाद में शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी भेजा। अब पुलिस आरोपियों की पहचान कर उन तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
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विस्तार
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के नंद नगरी इलाके में शनिवार देर रात एक युवक अपनी मां और भाई के सामने छोटे भाई के सीने में कैंची घोंपकर उसकी हत्या कर दी। मृतक की शिनाख्त यश (21) के रूप में हुई है। हत्या के कुछ ही देर बाद पुलिस ने आरोपी रोहित (25) को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल पिता की मौत के बाद रोहित पूरा मकान अपने नाम कराना
चाहता था। लेकिन उसे शराब की लत थी।
इसको लेकर वह परिवार से झगड़ा करता था। मां ने पिछले माह ही रोहित को अपनी प्रॉपर्टी से बेदखल कर दिया था। इसके बाद से वह कभी आत्महत्या करने की धमकी देता था तो कभी भाइयों को मारने की बात करता था। पुलिस ने रविवार को पोस्टमार्टम के बाद यश का शव परिवार के हवाले कर दिया है। नंद नगरी थाना पुलिस परिजनों से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।
पुलिस के मुताबिक यश अपने परिवार के साथ नंद नगरी ई-ब्लॉक में रहता था। इसके परिवार में मां माया देवी के अलावा दो बड़े भाई प्रशांत (23) और बड़ा भाई रोहित (25) हैं।
यश एक कंपनी में डिलीवरी ब्वॉय का काम करता था जबकि प्रशांत इग्नू से एमए कर रहा है। यश के पिता देवेंद्र कुमार नंद नगरी में ही एक फोटो स्टूडियो चलाते थे। वर्ष 2020 में
कोविड से देवेंद्र की मौत हो गई। इसके बाद रोहित ने पिता का फोटो स्टूडियो संभाल लिया था। रोहित को शराब की लत थी। वह शराब पीकर अक्सर हंगामा करता था।
देवेंद्र की मौत के बाद उसका मकान माया देवी के नाम पर आ गया था। रोहित चाहता था कि पूरा मकान उसके नाम पर हो जाए। लेकिन माया तीनों भाईयों का मकान होने की बात करती थी। इस बात पर रोहित झगड़ा करता था। कई बार वह छोटे भाइयों के साथ मारपीट भी करता था। परेशान होकर माया देवी ने अगस्त में रोहित को अपनी प्रॉपर्टी से बेदखल कर दिया था।
इस बात से वह काफी खफा था। आरोप है कि शनिवार शाम करीब 6.15 बजे वह शराब के नशे में घर पहुंचा और हंगामा करने लगा। उसने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डाला और
आत्महत्या करने की बात करने लगा। शोर-शराबे के बीच परिवार ने पुलिस को खबर दे दी। इसके बाद मौके पर पीसीआर पहुंची। रोहित को पकड़कर अस्पताल ले जाया गया।
करीब 10 बजे उसे वापस घर पर छोड़ दिया गया। घर आते ही आरोपी दोबारा झगड़ा करने लगा। गाली-गलौज के बीच वह कैंची उठाकर दोनों भाइयों को मारने दौड़ा। आरोपी ने यश को पकड़ा और उसके सीने में कैंची घोंप दी। कैंची लगते ही उसके सीने से खून का फुव्वारा निकला। परिवार जब तक उसे अस्पताल लेकर भागा तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। करीब 10.30 बजे जीटीबी अस्पताल से पुलिस को यश की मौत की सूचना मिली। पुलिस ने वारदात के कुछ ही देर बाद आरोपी रोहित को दबोच लिया।
एक बेटे की मौत को दूसरा जेल में, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल…
माया देवी की आंखों से आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे थे, रोते-रोते बार-बार वह बेहोश हो रही थीं। एक बेटे की मौत हो गई तो दूसरा जेल चला गया। बाकी परिजन माया को
सांत्वना का प्रयास कर रहे थे। प्रशांत ने बताया कि पुलिस की लापरवाही से उनके परिवार के साथ यह हुआ है। दरअसल पुलिस कार्रवाई करते हुए उसके भाई को एक-दो दिन बंद
रखती तो शायद यश आज जिंदा होता। पुलिस रोहित को घर छोड़ गई और उसने वारदात को अंजाम दिया।
मां रोकती रह गई और रोहित ने यश के सीने में घोंप दी कैंची…
माया देवी रोहित को रोकती रह गई और रोहित ने यश को पकड़कर उसके सीने में कैंची घोंप दी। कैंची लगते ही यश गिर गया और उसके सीने से खून बहने लगा। माया देवी मदद
के लिए चिल्लाती रही। कुछ देर बाद पड़ोसियों की मदद से यश को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। यश की मौत के बाद से माया देवी बदहवास हो
गई। रोहित वारदात के बाद भी नशे की हालत में गाली-गलौज करता रहा। बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके पास से वारदात में इस्तेमाल कैंची भी बरामद कर ली है।