mahasamund : शतरंज की बिसात पर घोड़े की चाल से स्पर्धा का उद्घाटन

महासमुंद @ मनीष सरवैया। शतरंज की बिसात और जिंदगी की बिसात में काफी कुछ समानता है क्योंकि दोनों ही हमें संघर्ष करना सिखाता है। शतरंज एक ऐसा खेल है जिसमें भरपूर बुद्धि का उपयोग होता है। जितना ज्यादा हम अपना मस्तिष्क का उपयोग करेंगे उतना ही ज्यादा हमारा मानसिक विकास होगा।

हम बहुत ही सौभाग्यशाली है कि हमारे जिले में लगातार शतरंज के राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर आयोजन निरंतर हो रहा है जिससे जिले के खिलाड़यों को बाहर जाना नही पड़ रहा है। उक्त बातें छत्तीसगढ़ मंगल भवन खैरा में आयोजित छत्तीसगढ़ राज्य सीनियर ओपन फीडे रेटिंग चेस चैंपिनशिप में नगरपालिका अध्यक्ष राशि महिलांग ने कही।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं जिलाध्यक्ष कांग्रेस कमेटी डॉ रश्मि चंद्राकर ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि शतरंज खेल का हमारे दैनिक जीवन में विशेष महत्व है। हमारे अंदर सोचने समझने की क्षमता विकसित करता है। धैर्य ,संयम व अनुशासन में रखना सिखाता है। विषम परिस्थिति में भी अडिग बनाये रखना इसकी सबसे बड़ी खूबी है। इसलिए शतरंज खेल से सभी को जुडना चाहिए। अन्य अतिथियों में सोमेश दवे महामंत्री, ममता चंद्राकर पार्षद, मनोज धृतलहरे खेल अधिकारी खेल एवम् युवा कल्याण, अंजली बरमाल सहायक क्रीड़ा अधिकारी शिक्षा विभाग, ईश्वर सिंह राजपूत अध्यक्ष जिला शतरंज संघ दुर्ग उपास्थित रहें।
महासमुंद कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर के विशेष मागदर्शन में चल रही इस राज्य चयन स्पर्धा में 16 जिले के 116 महिला एवं पुरुष खिलाड़ी शामिल हैं।
यह प्रतियोगिता क्लासिक फॉर्मेट से 9 राऊंड में अंतरराष्ट्रीय नियमानुसार स्वीस लीग पद्धति से खेली जा रही है। 9,10, एवम् 11 दिसंबर को 3-3 राऊंड खेला जाएगा। जिसमें प्रथम 4 खिलाडियों का चयन राष्ट्रीय चयन प्रतियोगिता के लिए होगा जो नई दिल्ली में आयोजित दिनांक 25 दिसंबर से 3 जनवरी 2023 तक प्रदेश का प्रतिनिधत्व करेगें। मंच संचालन पूर्णिमा तिवारी बिलासपुर एवम आभार व्यक्त प्रदेश सचिव राज्य शतरंज संघ हेमंत खूंटे द्वारा किया गया।

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