मगरलोड @ टोमन लाल सिन्हा। विकासखंड मुख्यालय मगरलोड एवं पूरे छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ साहित्यकार, समाज सेवी और पर्यावरण विद आचार्य डॉक्टर दशरथ लाल निषाद विद्रोही का 15 जनवरी को देहावसान हो जाने पर संगम साहित्य एवं सांस्कृतिक समिति के सदस्यों, पदाधिकारियों, और गणमान्य नागरिकों ने अश्रुपूरित प्रध्दांजलि अर्पित की है। विदित हो की डॉ. निषाद अपने जीवनकाल मे चार दर्जन से भी अधिक साहित्य कृतियों की रचना की है। जिनमे छत्तीसगढ़ के भाजी, छत्तीसगढ़ के रोटी, छत्तीसगढ़ के बासी, हत्तीसगढ़ के गहना, छत्तीसगढ़ के सिंगार छत्तीसगढ़ के मितानी, छत्तीसगढ़ के के गांधी, धनुर्धर एकलव्य, आयुर्वेद बोधनी, धर्म बोधनी, राम केवट संवाद, राष्ट्रीय चेतना सहित छत्तीसगढ़ी और हिन्दी मे गद्य व पद्य की रोचक, ज्ञानवर्धक और जीवनोपयोगी पुस्तकें सम्मलित हैं। साहित्य लेखन के अलावा वे हजारों फलदार और छायादार वृक्ष रोपित कर जीवन पर्यन्त पर्यावरण की सेवा की है। देश मे आपातकाल के समय सन् 1975 से 1977 तक मीसा बंदी के रूप में दो साल तक जेल मे रहे। भिलाई स्पात संयंत्र मे सेवा मे रहते हुए, वे राम नगर भिलाई मे नव जागरण साहित्य समिति, और “माटी के महिमा’ नाम से छत्तीसगढ़ी लोक कला मंच स्थापित कर काफी वर्षों तक संचालित करते रहे। इसके अलावा केन्द्र और राज्य स्तर पर केंवट निषाद समाज संगठन मे और पृथक छत्तीसगढ़ राज्य की मांग आंदोलन भी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है। वे संगम साहित्य एवं सांस्कृतिक समिति मगरलोड के संस्थापक सदस्य और संरक्षक रहे हैं। जीवन भर समाजहित और जनहित के लिए सोचने वाले डॉ. निषाद जी मर कर भी जनहित का कार्य किया है! अर्थात् पूर्व मे ही वे नेत्रदान का अनुबंध कर चुके थे, इसलिए मरणोपरान्त तत्काल स्वास्थ्य विभाग को सूचना देने पर नेत्रदान की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई। बहु प्रतिभा के धनी महान साहित्यकार आचार्य डॉ. दशरथ लाल निषाद विद्रोही का निधन अंचल के लिए अपूरणीय क्षति हैं। शोक व्यक्त करते हुए संगम साहित्य एवं सांस्कृतिक समिति के संरक्षक जे. आर. साहू अध्यक्ष- पुनराम साहू ‘राज, उपाध्यक्ष-वीरेन्द्र सरल, सचिव-आत्मा राम साहू लालेश्वर सिन्हा, चिन्ताराम पुजारी, नोहर साडू अधमरहा, पल्टन साहू सीख, अशोक साहू, भोलाराम सिन्हा, टामेश्वर ठाकुर, उषा निर्मलकर अनिता गौर, गोपाल मणी साहू, अशोक पटेल, कामता प्रसाद साहू, एन. आर. साहू चेतन भारती, पत्रकार टी एल सिन्हा सहित समस्त सदस्यों और लेखक कवियों ने अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित की है।
Dhamtari : स्टेशन पारा में जुआ खेल रहे 6 जुआरी पकड़ाए
Hamar Dhamtari
कडे़ना एनीकट निर्माण के लिए 4.47 करोड़ स्वीकृत
Hamar Dhamtari