मगरलोड @ टोमन लाल सिन्हा। प्रजापिता ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केंद्र मगरलोड में आदि पिता ब्रह्मा बाबा की स्मृति में समर्थी दिवस का आयोजन किया गया |कार्यक्रम का शुभारंभ भाई बहनों के द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया | तत्पश्चात सभा को संबोधित करते हुए वरिष्ठ भ्राता नंदकुमार साहू ने कहा कि यज्ञ इतिहास में ब्रह्मा बाबा की भूमिका हीरो पार्ट की रही है उन्होंने जितना किया उतना किसी ने नहीं किया है वे शिव बाबा का माध्यम बनकर हर कार्य को किया, नैतिक मूल्यों की स्थापना किए इस प्रकार ब्रह्मा बाबा शिव बाबा के द्वारा स्थापित रूहानी फूलों की बगिया के माली के रूप में कार्य किए भ्राता एन आर साहू सेवानिवृत्त बी ईओ ने ब्रह्मा बाबा की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका जीवन सुख और दुख का मिश्रण रहा है, उनका अंतिम संदेश निर्विकारी, निराकारी व निरहंकारी बनना बताए बी के कंचन बहन ने कहा कि निराकार परमपिता परमात्मा शिव ने हम बच्चों के लिए एक ही आस रखे कि हम जल्द से जल्द कर्मातीत बन जाएं और इस कार्य में ब्रह्मा बाबा ही एकमात्र व सबसे आगे रहे व हमारे लिए अनुकरणीय रहे उन्होंने अपने लिए ही नहीं बल्कि पूरे विश्व कल्याण के लिए कार्य किया स्व परिवर्तन ही विश्व परिवर्तन का आधार है सेवा केंद्र संचालिका राजयोगिनी बीके अखिलेश दीदी ने कहा कि ब्रह्मा बाबा इस विश्व के लिए आधारमूर्त व उद्धारमूर्त बने वे उदारता, सरलता, सहनशीलता, समर्पणता, साधना, सात्विकता, सत्यता जैसे दैवीय गुणों से परिपूर्ण रहे उनके अंदर प्रकृति के प्रति प्रेम और सब के प्रति रहम दिल की भावना थी जो कि एक महात्मा के अंदर होना चाहिए रमणिकता और चतुरता उनका अमूल्य गुण था इसी प्रकार संस्था के बीके यशोदा बहन, डामन भाई ,रामा भाई आदि ने भी ब्रह्मा बाबा के जीवनी पर प्रकाश डालें एवं इस कार्यक्रम में संस्था के सैकड़ों भाई-बहन उपस्थित रहे |