कलेक्टर ने विभागीय योजनाओं की सर्जरी कर की विस्तृत समीक्षा
धमतरी। कलेक्टर नम्रता गांधी की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की बैठक आहूत की गई। कलेक्टर ने विभागीय योजनाओं की सर्जरी कर विस्तृत समीक्षा की। इस अवसर पर कलेक्टर ने टी.बी. उन्मुलन कार्यक्रम के तहत् सभी खण्ड चिकित्सा अधिकारीयों को अपने चिकित्सकीय सम्पर्को जैसे मेडिकल स्टोर्स, निजी नर्सिंग होम्स, एन.जीओ को निक्षय मित्र बनाने हेतु प्रेरित करने के निर्देश दिये। साथ ही उपचाररत मरीजों को अतिरिक्त पोषण के रूप फुड बॉस्केट आयुष विग एवं रेडक्रॉस के साथ समन्वय देने कहा गया। कुष्ठ उन्मुलन कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.के.मण्डल ने बताया कि जिले में पंजीकृत रोगी की संख्या 99 पीबी केस एवं 96 एमबी केस उपचाररत है। इस पर कलेक्टर ने निर्देशित किया कि कोई भी केस नया पंजीकृत होता है, उसके आसपास के लोगों का सर्वे कर इसके प्रभाव में कमी लाने तत्काल आवश्यक दवाई मुहैय्या कराई जाये तथा लोगों में जागरूकता लाने प्रचार-प्रसार किया जाये। अंधत्व निवारण कार्यक्रम के तहत् ऑपरेशन की संख्या बढ़ाने के निर्देश कलेक्टर ने बैठक में दिये।
इसके अलावा बैठक में कलेक्टर ने मलेरिया नियन्त्रण कार्यक्रम के तहत् लगातार निगरानी रखने तथा मलेरिया व डेंगु मुक्त जिला बनाने के लिये मच्छर से बचाव के उपाय के रूप में मच्छरदानी का प्रयोग, नीम के पत्ती का धुंआ करने व अपने आस-पास मच्छर न पनपने देने के उपाय संबंधी जागरूकता लाने कहा। असंचारी रोग कार्यक्रम के तहत् कैंसर रोगीयों का उपचार, किमोथेरेपी जिला अस्पताल में की जा रही है। मधुमेह, उच्च रक्तचाप मरीजों का भी उपचार निःशुल्क सरकारी अस्पतालों में किया जा रहा है। कलेक्टर ने आयुष विंग एवं एलोपैथी अस्पताल के सभी चिकित्सको को आपसी समन्वय से मरीजों को आवश्यक औषधी उपलब्ध कराने कहा। उन्होंने कहा कि मरीजों को तत्काल रिलिफ के लिए एलोपैथी और दूरगामी अच्छे परिणाम के लिए आयुर्वेदिक औषधी जरूरी है। सभी स्वास्थ्यगत समस्याओं के उपचार में एलोपैथी के साथ आयुर्वेदिक औषधी को भी दिया जाये।
प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत् आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए अनुविभागीय अधिकारी के साथ समन्वय कर शत-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश कलेक्टर ने दिये हैं। जिला अस्पताल में गर्भवती माताओं के प्रसव एवं इससे संबधित आई.सी.यू यूनिट को क्रियाशील, ओ.पी.डी. मरीजों का शत-प्रतिशत सिकलिन जांच करने व टेलीमेडिसिन के लिए सभी विशेषज्ञ चिकित्सकों को एक निश्चित दिवसों में एक घंटा के लिए चिकित्सकीय सलाह रोस्टर तैयार करने कहा गया। बैठक में जिले के सभी शासकीय अस्पतालों को कायाकल्प, एन.क्यु.ए.एस, लक्ष्य, मुस्कान कार्यकम के तहत् गुणवत्ता लाने संबंधी मूल्यांकन की जानकारी देते हुये बताया गया कि इसके तहत् सिविल अस्पताल नगरी लक्ष्य एवं एन.क्युए.एस में सर्टीफाइड हो चुका है। इसी तरह प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नारी एवं चटौद भी सर्टीफाइड हो चुका है। इस पर कलेक्टर ने और अच्छा कार्य करने प्रोत्साहित किया। साथ ही अन्य अस्पतालों को इस कैटेगरी में लाने के लिए जो भी कमी है, उसे जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिये है।