महासमुंद @ मनीष सरवैया। गुरु पूर्णिमा पर्व पर आस्था सो . संस्था महासमुंद द्वारा पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम अंतर्गत सरस्वती शिशु मंदिर महासमुंद में नगर पालिका अध्यक्ष राशि महिलांग की उपस्थिति में वृक्षारोपण का कार्य संपन्न किया गया। इस अवसर पर श्रीमती राशि महिलांग की ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा करना आवश्यक है क्योंकि यह मनुष्यों और फसलों के लिए सुरक्षित है और पौधों और जानवरों के लिए सुरक्षित है। कुछ शोधकर्ताओं के अनुसार, पर्यावरण संरक्षण का महत्व उन प्रजातियों की विविधता को संरक्षित करने में मदद करना है जो ग्रह प्रकृति और लोगों के लाभ के लिए साझा करता है।
समाजसेवी तारिणी चंद्राकर पर्यावरण के महत्व को बतलाते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण से वायु, जल और भूमि प्रदूषण कम होता है।
जैव विविधता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पर्यावरण संरक्षण का बहुत महत्व है। सभी के सतत विकास के लिए पर्यावरण संरक्षण महत्वपूर्ण है।
उतरा विदानी ने कहा कि हमारे ग्रह को ग्लोबल वार्मिंग जैसे हानिकारक प्रभावों से बचाने के लिए पर्यावरण संरक्षण भी महत्वपूर्ण है। अध्यक्ष श्री विपिन मोहंती पर्यावरण संरक्षण के उपाय को बताते हुए कहा कि घरों से निकलने वाले दूषित जल को साफ करने के लिए बड़े-बड़े प्लाट लगाने चाहिए। फैक्टिरयों और कारखानों को नदियों से दूर कर देना चाहिए। सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना चाहिए। वन संरक्षण तथा वृक्षारोपण को सर्वाधिक प्राथमिकता देनी चाहिए।
इस अवसर पर सभी पदाधिकारी सदस्यों द्वारा सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में 50 पौधे लगाए गए, जिसमें प्रमुख रूप से राजश्री ठाकुर, निरंजना चंद्राकर, सरिता लक्ष्मण मानिकपुरी, तुषार चंद्राकर, कामनी, प्रतिभा गिरी, भारती साहू, हिमानी, चंचल, ममता जायसवाल, शोभा, माधुरी, लीना, आस्था, सविता, आरती, ईशा, नीलम, सुरेश व संस्था के पदाधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का आभार निरंजना चंद्राकर द्वारा किया गया।