प्रदेश में धमतरी वनमंडल से शुरू होगी ईमारती काष्ठ की ऑनलाईन नीलामी ई ऑक्शन तकनीकी

धमतरी। आधुनिकीकरण के माध्यम से छत्तीसगढ़ प्रदेश में अब वन विभाग के वनमंडलों के काष्ठागारों में वनोपज जिसमें ईमारती लकड़ी/बांस/जलाउ एवं अन्य के निर्वर्तन हेतु खुली नीलामी के स्थान पर ई-ऑक्शन की कार्यवाही किये जाने का निर्णय शासन स्तर पर लिया गया है। इसकी तैयारी पूर्व वर्षों से चली आ रही थी।
वनमण्डलाधिकारी श्रीकृष्ण जाधव ने बताया कि धमतरी वनमंडल में 09 दिसंबर को धमतरी काष्ठागार का एवं 10 दिसम्बर को नगरी काष्ठागार का ईमारती लकड़ी/जलाउ लकड़ी/बांस एवं अन्य के विक्रय हेतु M.S.T.C. के द्वारा विकसित ई-नीलाम पोर्टल के माध्यम से की जायेगी, ऐसा करने वाला धमतरी वनमंडल पहला वनमंडल होगा, जिसकी शुरूआत यहाँ से होगी।

सर्वप्रथम इच्छुक बोलीदाताओं को M.S.T.C. द्वारा विकसित पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा। विभाग द्वारा निर्धारित पोर्टल जिसका वेबएड्रेस (URL) विभाग की वेबसाईट पर दर्शाया जायेगा, के माध्यम से ऑनलाईन किया गया नीलाम बोलीदाता (Bidder) को पंजीयन पोर्टल (https:mstcecommerce.com/auctionhome/cfd/) पर ऑनलाईन पंजीकरण फार्म भरकर करना होगा। पंजीकरण फॉर्म भरते समय बोलीदाता की पहचान उनके पैन/जीएसटी के सत्यापन के माध्यम से सत्यापित की जाएगी।
बोलीदाता को प्रारूप ड में भरकर अपलोड करना आवश्यक होगा । पंजीकरण प्रपत्र जमा करने के बाद बोलीदाता को निम्नलिखित पंजीकरण शुल्क का भुगतान करना होगा, जिसमें वन विभाग का पंजीयन शुल्क-6001 रूपये, तीन केलेण्डर वर्ष की वैधता हेतु भुगतान संबंधित वनमंडलाधिकारी को करेगा। दूसरा है एम.एस.टी.सी. शुल्क-1180 रूपये (जी.एस.टी. सहित) एम.एस. टी.सी. में एक वर्ष की वैधता के लिये। यदि वन विभाग में पूर्व से पंजीयन हो तो पंजीयन प्रमाण पत्र (प्रारूप-च) अपलोड करना होगा।

वामंडलाधिकारी ने यह भी बताया कि एक बार पंजीयन फार्म जमा हो जाने और उपरोक्त शुल्क का भुगतान हो जाने पर बोलीदाता की आई.डी. संबंधित वनमंडलाधिकारी द्वारा सक्रिय कर दी जायेगी, जिसे बोलीदाता ने पंजीकरण प्रपत्र भरते समय चुना था। संबंधित वनमंडलाधिकारी द्वारा उनके लॉगिन आई.डी. सकिय करने पर, बोलीदाता अपने लॉगिन आई.डी. की वैधता अवधि के भीतर किसी भी चल रही/आगामी नीलामी में भाग लेने में सक्षम होंगे। ई-नीलाम के संबंध में वनमंडल में समय-समय पर काष्ठ के व्यापारियों को वरिष्ठ कार्यालय के निर्देशानुसार ऑनलाईन प्रशिक्षण दिया गया है।
जिला के व्यापारियों के लिए भी और विभाग के लिए भी इलेक्ट्रानिक नीलामी का यह पहला अनुभव होगा। सभी काष्ठ एवं अन्य व्यापारी बंधुओं से अपील है कि उनके मन में कहीं कुछ संशय हो, तो कार्यालयीन दिवस में कार्यालय आकर और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। ई-नीलाम के समय घोषित या अनुरोध पर पूर्व में उपलब्ध कराई गई इमारती लकड़ी/जलाउ लकड़ी/बांस व अन्य के मापों, मात्राओं और श्रेणी के ब्यौरे विभाग की सर्वोत्तम जानकारी के अनुसार सही है, किन्तु उनकी किसी भी सीमा तक गारन्टी नहीं है, इसलिए बोली लगाने वाले इच्छुक व्यक्तियों को यह सलाह दी जाती है कि वे इस विषय में अपना समाधान करने की दृष्टि से उस लॉट या उन लॉटों को जिसके लिये/जिनके लिये वे ई-बोली लगाना चाहते हैं, यदि चाहे तो स्थल पर निरीक्षण कर लें । थप्पी और मापों के ब्यौरे पोर्टल पर आनलाईन उपलब्ध रहेंगे। यदि बाद में मात्राओं आदि के ब्यौरे गलत पाये जाएं तो राज्य शासन के विरूद्ध मुआवजे या किसी अन्य राहत के लिये कोई भी दावा नहीं होगा।

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