टोमन लाल सिन्हा@ मगरलोड ….. धमतरी जिला के विकासखंड मुख्यालय मगरलोड मुख्यालय के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में 1965 से 2025 तक 60 वर्षों तक के इस विद्यालय की सफर होने के साथ 60 वर्षों के पूर्व विद्यार्थियों का मिलन महासम्मेलन 26 अक्टूबर का ऐतिहासिक पल रहा
जब छत्तीसगढ़ अपनी स्थापना की रजत जयंती मना रहा है तब मगरलोड का यह विद्यालय 60 साल पूरा कर लिया है. सन 1965 से संचालित यह विद्यालय लम्बे समय से अंचल का प्रमुख शिक्षा केंद्र रहा है. यहाँ से लगभग नौ हजार छात्र छात्राएं पढ़ कर निकल चूके हैं , शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मगरलोड में 26 अक्टूबर को इस ऐतिहासिक पल को याद कर बनाने पूर्व विद्यार्थियों का महासम्मेलन रखा गया जिसमें इस स्कूल से पढ़कर विभिन्न क्षेत्रों में देश-विदेश मे सेवा देने वाले विद्यार्थियों का यह पल अस्मरणीय रहा , स्कूल परिसर को पूरी तरह दुल्हन की तरह सजाया गया था जिसमें विशाल वृक्षारोपण पौधा वितरण और ज्ञानवर्धक वर्णमाला की वितरण पूर्व विद्यार्थियों द्वारा किया गया
, इस ऐतिहासिक पल को याद कर बनाने के लिए संस्था के प्राचार्य आत्माराम साहू के साथ विनोद अग्रवाल नरेश अग्रवाल सुरेश साहू, वीरेंद्र साहू सरल,तुमनचंद साहू, भवानी यादव, धीरज देवांगन, गोविंद साहू,दुलार साहू खिलावन साहू पूर्व आर्मी सहित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मगरलोड के समस्त शिक्षक एवं स्टाफ गन, एनसीसी के छात्र-छात्राएं का बड़ी संख्या में पूर्व विद्यार्थियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा , पूर्व विद्यार्थियों के स्वागत के लिए स्वागत गेट में बहनों एवं भाइयों ने पीला चंदन की तिलक फूल माला से स्वागत से लेकर मंच तक सभी को हारमाला,मेडल पहनाकर मोमेंटो ,चंदन रोली की पीला चावल की तिलक प्रतीक चिन्ह प्रदान की गई जो भाव विभोर कर देने वाला पल रहा
, इस स्कूल में पढ़ाने वाले गुरुजनों के साथ पढ़ने वाले विद्यार्थियों का आतिशबाजी पटाखे की गूंज के साथ स्वागत दिवाली जैसा माहौल ने सभी का मन मोह लिया ,सभी पूर्व विद्यार्थियों का अलग-अलग स्तर पर बैच वाइस स्वागत किया गया इस पल को यादगार बनाने के लिए भूली बिसरी स्कूली जीवन की यादों का पल ने फिर बचपन का एहसास करने वाले सभी पूर्व विद्यार्थियों का मन को भाव विभोर कर दिया वहीं इस स्कूल में पढाने वाले गुरुजनों का छत्रछाया संबल उनके आशीर्वाद समूह ने सभी विद्यार्थियों को अपनापन की यादों के साथ आशीष शुभकामनाएं प्रदान करता रहा
, यहां के कई शिक्षक व विद्यार्थी स्वर्ग सिधार गए हैं उन्हें भाव भीनी श्रद्धांजलि दी गई जो भावात्मक पल रहा , 1965 से लेकर 2025 तक के सभी बैचों ने इस विद्यालय को आगे बढ़ाने के लिए लाखों रुपए की नगद राशि के साथ प्रोजेक्टर पंखा लाइट साउंड सिस्टम एवं कई मनोरंजक वस्तुएं ज्ञानवर्धक सामानों को प्रदान किया
, 60 वर्षों में इस स्कूल से पढ़कर निकलने वाले कई होनहार विद्यार्थी आज कई सेक्टर में महत्वपूर्ण पद जिसमें चार्टर्ड अकाउंटेंट इनकम टैक्स ऑफिसर वकील इंजीनियर चिकित्सा के क्षेत्र में पुलिस विभाग में राजस्व अधिकारी शिक्षा की अलग जगाने वाले व्याख्याता प्राचार्य खाद्य अधिकारी जल संसाधन लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विद्युत विभाग एवं पत्रकार के साथ साहित्यकार, राज नेता के रूप में, कुछ विद्यार्थी बड़े स्तर पर व्यवसाय तथा कई पढ़े-लिखे विद्यार्थी उन्नत कृषक बनकर इस समाज में अपनी सेवाएं दे रहे हैं , इस कार्यक्रम में 60 वर्षों में पढ़े हुए पूर्व विद्यार्थीयो में 9000 रही जिसमें इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने 3000 पूर्व विद्यार्थियों ने भाग लिया सभी विद्यार्थियों के लिए शुद्ध शाकाहारी भोजन विभिन्न व्यंजन मिष्ठान्न बनाया गया था जिसमें विशाल पंडाल में सभी पूर्व विद्यार्थियों ने शिष्टाचार पूर्वक भोजन प्राप्त किया
कई विद्यार्थियों ने सेल्फी जोन में जाकर अपने मित्र समूह का फोटो शेयर करते हुए जिंदाबाद के नारे लगाए गए , विशाल पंडाल में गुरुजनों के साथ पूर्व विद्यार्थियों ने इस पल को ऐतिहासिक बनाने के लिए बहारों फूल बरसाओ मेरा सहपाठी मित्र आया है के गीत गाते हुए इस कार्यक्रम को सफल बनाने वालों के लिए भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए 26 अक्टूबर को पूर्व विद्यार्थियों के इस महामिलन को यादगार का अनमोल पल बताया
जिन शिक्षकों के दीप ज्ञान से जीवन में सफलता मिली है उनके प्रति सामूहिक कृतज्ञता ज्ञापित किया गया
इस अवसर पर इस स्कूल में पढाने वाले पूर्व गुरुजनों में पी आर साहू, व्ही एल साहू, आर के शर्मा, आर के पटेल, पांडे सर, यूके शर्मा, रामेश्वर सिंह, रामानंद साहू, नंदलाल गायकवाड, राधेलाल चंद्राकर, के सिंह, हीराराम मरकाम, ईश्वर लाल, शाला विकास समिति के अध्यक्ष मंशा राम साहू सहित बड़ी संख्या में वरिष्ठ शिक्षक गण उपस्थित रहे
*इस स्कूल में पढ़ाने वाले वरिष्ठ शिक्षक पी आर साहू ने कहा* – मैं इस स्कूल में लगभग 10 वर्ष अपनी सेवाएं दी हूं जिसमें मेरे पढ़ाई में बच्चे आज मुझे भी ज्यादा कुछ स्तर पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं जिससे मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं इस स्कूल की गरिमा को बनाए रखने में यहां के सभी विद्यार्थियों ने अपनी अलग ही नैतिक कर्तव्यों के साथ एक विशिष्ट पहचान बनाने में अनमोल योगदान दिया है मैं इस कार्यक्रम से फूला नहीं समा रहा हूं इस तरह के आयोजन से मेल मिलाप के साथ बड़ों के प्रति आदर और आने वाली पीढियां को एक अच्छा संदेश जाएगा जो राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान रहेगा
*वरिष्ठ शिक्षक व्ही एल साहू ने कहा* – 60 वर्षों से पढ़ने वाले पूरे विद्यार्थियों का महा मिलन का कार्यक्रम बड़ा ही भाव विभोर कर देने वाली है एक दूसरे से मिलकर अपनी स्कूली जीवन को याद करना एक अनमोल पल है मैं इस कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रशंसा करता हूं इस महामिलन महासम्मेलन कार्यक्रम का संचालन संस्था के प्राचार्य आत्माराम साहू ने किया एवं इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी आए हुए 3000 पूर्व विद्यार्थियों का आभार व्यक्त करते हुए सभी को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं प्रदान की,1965 से 2025 तक के पूर्व विद्यार्थियों द्वारा अब तक स्कूल को सहयोग की पेश कस की गई है, जिसमें पंखे 20 नग या अधिक 2004 बैच द्वारा, वॉटर कूलर 40/80 कैपेसिटी, वॉटर फिल्टर सेट और 1000 लीटर कैपेसिटी वाटर टैंक बैच-2005 द्वारा, ग्रास कटर वेरी गुड कैपेसिटी बैच 2006 द्वारा , ट्यूब लाइट्स 60 नग तुमनचंद एवं रंजीता साहू द्वारा,सरस्वती मां की एंटीक काष्ठ प्रतिमा भावेश देवांगन द्वारा , स्पेशल प्रोजेक्टर 1998 , 2000, 2010,20 12 बैच द्वारा
,उच्च गुणवत्ता एवं बेहतरीन साउंड सिस्टम प्रदीप कुमार साहू द्वारा बैच 1992 एवं दीदी खेमलता साहू और प्रदीप भैया के द्वारा संयुक्त रूप से 321 नग स्टेनलेस स्टील वॉटर बॉटल , श्रीमती वंदना राजेश्वर साहू बैच 1996 द्वारा 51000 रूपये की सहयोग राशि , महेश छाबड़ा 2004 बैच द्वारा 11 नग पंखे और रूपये 11111 की सहयोग राशि , राजेश अग्रवाल जी द्वारा ऐतिहासिक हॉल रेनोवेट कराने हेतु 2 लाख 11हजार की सहयोग राशि , शांतनु पैकरा भैया जी द्वारा 2 दो लाख 10 हजार रुपए की सहयोग घोषणा , राजेंद्र दीवान द्वारा 25000 राशि सहयोग, स्कूल को गमले 2002 बैच द्वारा प्रदत्त,साथ ही प्रतिवर्ष 10 वीं एवं 12 वीं के टॉपर्स विद्यार्थियों को प्रोत्साहन राशि 3100 एवं,2100 साथ ही मेडल और मोमेंटो प्रदान की जाती है
कृपया कोई भी अन्य साथी या बैच वाले अपना स्कूल को कुछ देना चाहते हैं तो बहुत बहुत स्वागत है। थोड़ा थोड़ा से ही स्कूल का जीर्णोद्धार किया जा सकता है
सर्वहिताय एजुकेशन फाउंडेशन सौजन्य द्वारा 1000 गोल्ड मेडल, 800 नग थैला, डिजिटल एवं प्रबंधन का सहयोग, तुमनचंद साहू एवं रंजीता साहू परिवार द्वारा 1. विजन एवं प्लानिंग में सहयोग 2. 1000 काली हल्दी का औषधीय पौधा 3. 350 किलो अमरूद 4. 60 नग ट्यूब लाइट्स 5. 5000 गणित वर्णमाला चार्ट 6. 800 नग नदियों की वर्णमाला प्रदान की गई भरदा पेंटर एवं संगीतकार आशीष साहू द्वारा रंगोली से ज्ञान के मंदिर को दीप से प्रकाशवान का सजीव चित्रण किया है जिसकी सूक्ष्मता कला को पूर्व विद्यार्थियों ने खूब सहारा इस स्कूल को कोई भी अन्य साथी या बैच वाले अपना स्कूल को कुछ और सहयोग देना चाहते हैं तो बहुत ही स्वागत योग्य है जिससे थोड़ा थोड़ा से ही स्कूल का जीर्णोद्धार किया जा सकता है तथा स्वावलंबी बनाया जा सकता है.




