रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी नियद नेल्लानार योजना माओवाद प्रभावित ग्रामों के विकास में नई उम्मीद बनकर उभरी है। इसी योजना के तहत कांकेर जिले के ग्राम पानीडोबीर की श्रीमती सुखबती का कच्चे खपरैलयुक्त घर में रहने का संघर्ष अब पक्के आवास में सुकून भरे जीवन में बदल गया है।
सुखबती पति कुंवरसिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत वर्ष 2024-25 में उन्हें 1 लाख 20 हजार रुपये की स्वीकृति मिली। प्रारंभिक कठिनाइयों के बावजूद उन्होंने आवास निर्माण कार्य पूरा किया। नियद नेल्लानार योजना के अंतर्गत पंचायत एवं जिला प्रशासन से लगातार सहयोग प्राप्त हुआ। भावसार फाउंडेशन के माध्यम से स्थानीय युवाओं को राजमिस्त्री प्रशिक्षण मिलने से निर्माण कार्य में आसानी हुई।
मनरेगा से 90 दिनों की मजदूरी और 45 हजार रुपये की अपनी बचत से उन्होंने अपने सपनों का पक्का घर तैयार किया। सुखबती ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि शासन की योजनाओं ने उनकी तकदीर और घर दोनों बदल दिए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और जिला प्रशासन के प्रति आभार जताते हुए कहा कि अब उनका परिवार सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन जी रहा है – यह योजना वास्तव में ‘घर-घर खुशहाली’ का प्रतीक बन गई है।




