धमतरी। प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना (मध्यान्ह भोजन योजना) अंतर्गत विद्यालयों में ईंधन के रूप में एलपीजी गैस के उपयोग को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आज कलेक्टर अविनाश मिश्रा की अध्यक्षता में कलेक्टर सभाकक्ष में बैठक आयोजित की गई।
बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल ने बताया कि जिले में मध्यान्ह भोजन योजना अंतर्गत कुल 1351 विद्यालयों में भोजन तैयार किया जा रहा है, जिनमें से वर्तमान में 193 विद्यालयों में स्वसहायता समूहों द्वारा एलपीजी गैस का उपयोग किया जा रहा है
कलेक्टर श्री मिश्रा ने बैठक में उपस्थित सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्र के सभी संचालनकर्ता महिला स्वसहायता समूहों को एलपीजी गैस के उपयोग से होने वाले लाभों की जानकारी दें।
उन्होंने कहा कि
. गैस चूल्हे पर भोजन पकाने में समय की बचत होती है,
. तापमान को सहज रूप से नियंत्रित किया जा सकता है,
. खाना बनाने में कम मेहनत लगती है,
. एलपीजी गैस, लकड़ी के चूल्हे की तुलना में पर्यावरण के अनुकूल है,
. इससे धुएं से होने वाली स्वास्थ्य हानियों से बचाव संभव है।
कलेक्टर ने जिले की सभी गैस एजेंसियों को निर्देशित किया कि वे प्राथमिकता के आधार पर विद्यालयों को गैस कनेक्शन और रिफिलिंग की सुविधा तत्काल उपलब्ध कराएं, ताकि मध्यान्ह भोजन योजना का संचालन सुरक्षित और स्वच्छ तरीके से किया जा सके।
बैठक में जिला खाद्य अधिकारी श्री कोर्राम, विकासखंड शिक्षा अधिकारी लीलावर चौधरी (धमतरी), चंद्रकुमार साहू (कुरूद), मनीष ध्रुव (मगरलोड), कलीराम साहू (नगरी) सहित जिले के सभी गैस एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे, जिनमें लक्ष्मी गैस एजेंसी धमतरी, लिमजा भारत गैस, सुनील भारत गैस आमदी, कात्यायनी भारत गैस भखारा, बिन्दा एचपी गैस कुरूद, एमजी एचपी गैस नगरी, मगरलोड इंडेन ग्रामीण वितरण, दीपक भारत गैस चिंवरी तथा प्रीतिशा इंडेन गैस एजेंसी धमतरी उपस्थित थे।




