राजिम। 14 फरवरी से प्रारंभ हुए संत समागम समारोह में बड़ी संख्या में संत समाज शामिल हुए। वहीं माघी पुन्नी मेला में लोमश ऋषि से लगा हुआ नीचे नदी किनारे लगे डोम में साधु संतों के लिए जिला प्रशासन के द्वारा भोजन की व्यवस्था की गई है। भोजन व्यवस्था में लगे अमित चंद्राकर डीएमओ एवं लेखा अधिकारी अभिषेक पाठक ने बताया कि इस मेला स्थल में 10 रसोई घर का संचालन किया जा रहा है। जिसमें हमारे द्वारा दाल, चांवल, पोहा, तेल के साथ आरओ पानी भी दी जा रही है। एक रसोई घर जो केवल साधु संतों एवं उनके अनुयायियों के लिए संचालित है। उसमें हमारे यहां से ही सामग्री जाती है और यहां खाना बनाने के लिए कर्मचारियों की व्यवस्था एसके चंद्राकर और सुधीरचंद्र गुरू खाद्य अधिकारी नागरिक आपूर्ति निगम गरियाबंद के द्वारा की गई है। उन्होंने आगे बताया कि हमारे इस डोम में सुबह 8 बजे और शाम 5 बजे चाय नाश्ता, दोपहर 12 बजे तथा रात्रि 8 बजे चांवल, दाल, रोटी, पुड़ी, सब्जी दी जाती है। उपवास वालें दिन उपवास करने वाले लोगों को फलाहार और साबुदाना की खिचड़ी दी जाती है। लोमश ऋषि आश्रम से लगे रसोई घर में एक समय में 250-300 तक साधु संतों के साथ उनके अनुयायी व श्रद्धालुगण भी भोजनप्रसादी के लिए आते है।
