बागबाहरा @ मनीष सरवैया । खल्लारी विधानसभा क्षेत्र के प्रसिद्ध भीमसेनी एकादशी मेला ग्राम कारागुला में छत्तीसगढ़ शासन के संसदीय सचिव व विधायक द्वारिकाधीश यादव के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ठाकुर ने की।
वही विशेष अतिथि की आसंदी पर जिला पंचायत सदस्य बसंता ठाकुर ग्रामीण कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रवि निषाद कोमाखान कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष संतोष पटेल वरिष्ठ कांग्रेसी नेता किशोर चतुर्वेदी विराजमान रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत लक्ष्मी नारायण भगवान की पूजा अर्चना से प्रारंभ हुई तत्पश्चात भीमसेन की पूजा अर्चना व ग्रामीण देवी देवताओं की पूजा अर्चना के साथ मेले का शुभारंभ हुआ।
इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संसदीय सचिव द्वारिकाधीश यादव ने छत्तीसगढ़ के तीज त्यौहार और मेला मड़ई पर सारगर्भित उद्बोधन दिया।
श्री यादव ने बताया कि हिन्दू माह के ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को किया जाने वाला निर्जला भीमसेनी एकादशी व्रत बहुत कठिन होता है। इस व्रत का मात्र धार्मिक महत्व ही नहीं है बल्कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के नजरिए से भी बहुत महत्व है। भगवान विष्णु को समर्पित यह व्रत मन को संयम सिखा एक नई ऊर्जा देता है।
इस व्रत का नाम पांडू पुत्र भीम के नाम पर पड़ा।
द्वापर युग में हस्तिनापुर के सम्राट पांडु के 5 पुत्र थे जिसमें दूसरे नंबर के पुत्र का नाम भीमसेन था जो बहुत ही बलशाली था। कहते हैं ना जिसे बल होता है उसे भूख भी बहुत लगती है। इसीलिए भीमसेन को बहुत ज्यादा भूख लगती थी और वह बहुत ज्यादा भोजन करते थे पांडवों में शक्तिशाली भीम के पेट में वृक नामक अग्नि स्थापित थी जिस कारण उन्हें वृकोदर भी कहा जाता था। उन्होंने नागलोक के दस कुंडों का जल भी पी रखा था जिससे उनके शरीर में दस हजार हाथियों के समान बल आ गया था। यही वजह थी कि वह शीघ्र ही भोजन पचाने की क्षमता रखते थे। सभी अन्य पांडव व द्रौपदी हर एकादशी को व्रत करते थे लेकिन भीम के लिए यह व्रत कठिन था क्योंकि वह एक पल भी भूखे नहीं रह सकते थे।
ऐसे में महर्षि वेद व्यास जी ने उन्हें निर्जला एकादशी का व्रत रखने की सलाह दी और कहा कि इस व्रत से तुम्हें पूरे वर्ष की एकादशियों का फल प्राप्त होगा। भीम ने इस व्रत को पूरी श्रद्धा से किया, तभी तो इस एकादशी को भीमसेनी एकादशी के रूप में लोग आदि काल से आज पर्यंत तक मनाते आ रहे हैं।
इस अवसर पर अन्य अतिथियों ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
इस दौरान प्रमुख रुप से सर्व आदिवासी समाज जिला अध्यक्ष मनोहर ठाकुर सरपंच लता कुम्हार अंजोर सिंह ठाकुर शिवचरण कुर्रे तीरथ राम पटेल पुनीत राम ध्रुव लक्ष्मी चंद यादव चिंतामणि चंद्राकर धनसिंह सिन्हा राहुल यादव और रामचरण यादव चमन लाल साहू परसराम पटेल सोमनाथ ठाकुर भुवन साहू तूफान दीवान गोलू जैन संतराम ठाकुर श्रवण ठाकुर नेतराम दीवान भागीरथी साहू दशरथ पटेल भोलाराम निषाद धनेश साहू सविता निषाद प्रमिला निषाद शशांक श्रीवास समीर खान , विष्णु महानंद बड़ा खान सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के जनप्रतिनिधि गण व ग्रामीण जन उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन खोरबाहरा निषाद ने किया।
