दो सूत्रीय मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ के शासकीय स्कूलों में कार्यरत व्यवसायिक प्रशिक्षकों ने किया एक दिवसीय ध्यानाकर्षण सभा एवं रैली का आयोजन

रायपुर। छत्तीसगढ़ नवीन व्यवसायिक प्रशिक्षक कल्याण संघ के प्रशिक्षकों के द्वारा अपने 2 सूत्री मांगों को लेकर आज शनिवार 5 अगस्त को ध्यानाकर्षण सभा एवं आग्रह रैली मे एकजुट होने कें  लिए शनिवार को सुबह से ही धरना  स्थल  तूता  पहुचे थे । तूता में प्रदेश भर से आये  11 सौ से अधिक व्यवसायिक प्रशिक्षकों के द्वारा अपनी मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी किया गया, जिसके बाद प्रदेश की उन्नति और खुशहाली के लिए पार्थिव शिव जी का जलाभिषेक किया गया।

इन 2  मांगों के लिए हुए एकजुट
व्यावसायिक प्रशिक्षक संघ के बैनर तले सभी का शिक्षा विभाग में समायोजन करने  का मांग किया है। बताया गया कि छत्तीसगढ़ में वर्ष 2014 से संचालित नवीन व्यवसायिक शिक्षा जिसमें प्रदेश भर के लाखों बच्चों को व्यवसायिक प्रशिक्षकों के द्वारा प्रशिक्षण देकर उनके भविष्य को संवारने का काम कर रहे हैं,  पर स्वयं ये 1184 प्रशिक्षक जो एमबीए एमटेक, इंजीनियरिंग एमएससी नर्सिंग, बीएससी एग्रीकल्चर जैसे प्रोफेशनल डिग्री धारी है, अपने भविष्य को लेकर चिंतित है। ये चाहते है कि शिक्षा विभाग में समायोजित करने  व्यवसायिक प्रशिक्षकों को भय मुक्त वातावरण में नौकरी करने का अवसर मिल सके । इसके अतिरिक इन प्रशिक्षको को आत्मानंद स्कूलों के शिक्षकों के तर्ज पर वेतन प्रदान किया जाए क्योंकि 2014 से आजतक इन प्रशिक्षको के वेतन में कोई वृद्धि नही की गई है

वादा किया था जनघोषणा पत्र में

कांग्रेस की सरकार ने अपने जन घोषणा पत्र में आउटसोर्सिंग प्रथा को समाप्त करने का वादा किया था, जिसे आज तक पूरा नहीं किया गया है। जानकारी हो कि व्यवसायिक प्रशिक्षको की नियुक्ति विभिन्न कंपनियों के माध्यम से चयनित शासकीय स्कूलों में की गई है   शिक्षा विभाग के इसी ठेका प्रथा को बंद कराने की अपनी मांग को लेकर ये प्रशिक्षक  मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी समस्याओं से अवगत कराने एवं यथा उचित समाधान हेतु विगत लंबे अरसे से प्रयासरत है, किंतु आज पर्यंत तक उनसे मिलकर अपनी बात रखने का अवसर प्राप्त नहीं हो पाया। व्यवसायिक प्रशिक्षकों के द्वारा समय समय पे सांसदों विधायकों एवं शिक्षा मंत्री से मिलकर हर स्तर पर कोशिश की गई पर कहीं से कोई सार्थक परिणाम नहीं आया।

592 स्कूलों में सेवा दे रहे हैं

विदित हो कि हम 1184 व्यवसायिक प्रशिक्षक वर्ष 2014 से छत्तीसगढ़ प्रदेश के कुल 592 शासकीय स्कूलों में पूरे निष्ठा एवं लगन से अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए प्रदेश के छात्र छात्राओं को अलग-अलग ट्रेड जैसे एग्रीकल्चर ,सूचना एवं प्रौद्योगिकी, व्यवसाय प्रबंधन, नर्सिंग, ऑटोमोबाइल बैंकिंग एवं फाइनेंस जैसे रोजगार उन्मुखी कौशल प्रदान कर हुनरमंद बनाने का कार्य कर रहे हैं, परंतु आज भी हम नियोक्ता कंपनियों के द्वारा मानसिक एवं आर्थिक रूप से शोषित हो रहे हैं, जिसके कारण हमें अपना भविष्य अंधकार में दिखाई दे रहा है और हम इस दिशा में मदद प्राप्त करने हेतु लगातार प्रयासरत है।

ये कहना है प्रदेश अध्यक्ष का

लोकतंत्र में सभी वर्ग के लोगों की जवाबदेही सरकार की होती है और अपने इन्हीं सवालों के जवाब के लिए हम शनिवार को रायपुर में शांतिपूर्वक ढंग से प्रदर्शन कर रहे हैं और मुख्यमंत्री जी के नाम से ज्ञापन सौंपकर अपनी बातों को उन तक पहुंचाना हमारा उद्देश्य है उक्त बातें छत्तीसगढ़ के व्यवसायिक प्रशिक्षक संघ के प्रांत अध्यक्ष विनय हरबंस ने कही ।

प्रदेश संयोजक रूपेंद्र तिवारी ने बताया की सरकार के मुखिया माननीय श्री भूपेश बघेल जी के द्वारा 14 फरवरी 2019 को कर्मचारियों के मंच पर आकर यह घोषणा की गई थी कि यह वर्ष किसानों का है और आने वाला अगला वर्ष आप कर्मचारियों का होगा परंतु आज पर्यंत तक सरकार के मुखिया के द्वारा आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के लिए कुछ भी नहीं किया गया जिससे कि साढ़े चार साल बीत जाने के बाद प्रदेश के व्यवसायिक प्रशिक्षण पूरी तरह चिंता में डूब चुके हैं ।

संगठन की सचिव बिलासपुर की भारती दास ने जानकारी दी कि पिछले 7 सालों से व्यवसायिक प्रशिक्षकों की सैलरी मैं कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है ऐसे में इस महंगाई में घर चलाना भी मुश्किल हो गया है ।सरकार ने सभी कर्मचारियों के हित में अनेको निर्णय लिए हैं और हम भी चाहते हैं की व्यवसायिक प्रशिक्षकों की समस्याओं को दूर करने के लिए सकारात्मक कदम उठाया जाए।

उक्त आयोजन में प्रदेश भर से हज़ारो की संख्या में आये  व्यावसायिक प्रशिक्षक जिनमे प्रमुख रूप से कार्यकारी अध्यक्ष विनोद व्यास ,संगठन महामंत्री गोपी दुबे, महासचिव रवि वर्मा उपाध्यक्ष संगम दुबे ,द्रोणी डेहरे , रायपुर से रेखा कोरी ,कबीरधाम से मोहमद जुनैद ,कोंडागांव जिला अध्यक्ष रवि वर्मा, बस्तर से मंजू गुप्ता ,बेमेतरा जिला अध्यक्ष गोविंद नारायण साहू ,विवेक शर्मा ,सरगुजा से गणेश कश्यप, नारायणपुर से राघवेंद्र वर्मा, कोरबा जिला अध्यक्ष उमेश साहू ,दुर्ग से शैलेंद्र अरोरा, बालोद से मुरलीधर ,जांजगीर से दुर्गेश सिरमौर ,रायगढ़ से पंकज वर्मा, पंडरिया से सौरव यादव ,भारती दास, संगीता कोसले, चेष्टा पांडे ,योगेश देशमुख ,दिलीप साहू, मनीष चंद्राकर, मुरलीधर दिल्लीवार, नरेंद्र देवांगन, ज्योति श्रीवास्तव,लोकेश चंद्राकर ,रमेश झा शामिल रहे ।

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