जल आंदोलन को जन आंदोलन बनाने लोगों ने ली शपथ -कलेक्टर नम्रता गांधी
20 निजी घरों और 3 शासकीय भवनों में रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाने की दी गई सहमति
धमतरी। नारी शक्ति से जल शक्ति अभियान के तहत जिले में जल जगार उत्सव मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में आज मगरलोड विकासखण्ड के ग्राम सरगी और राजपुर में जल जगार उत्सव मनाया गया। इस मौके पर कलेक्टर नम्रता गांधी ने ग्रामीणों का आह्वान करते हुए कहा कि धरती के सभी जलस्त्रोत आज सूखने की कगार पर आ गए हैं। हम सभी को मिलकर पानी बचाना पड़ेगा, नहीं तो वो दिन दूर नहीं जब हमारा हाल भी पंजाब, चेन्नई और बैंगलोर शहर जैसा हो जायेगा। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि धान की खेती में पानी अधिक खपत होती है, अतः नगदी फसलों की ओर अधिक से अधिक रूख करें। इसके साथ ही खेतों में अनावश्यक पानी ना बहने दें, जितना पानी की जरूरत हो, उतना ही खेतों में पानी दें। कलेक्टर ने कहा कि जिले की जीवनदायिनी कहलाने वाली महानदी भी सूख गयी है। गंगरेल बांध आज अपने निम्न स्तर पर पहुंच गया है। हम सभी को मिलकर पानी बचाने का प्रयास समय रहते करना होगा, इसके लिए वृक्षारोपण सहित गांवों में जलस्त्रोतों की साफ-सफाई, रूफटॉप स्ट्रक्चर, रैन वाटर हार्वेस्टिंग और वेस्ट वाटर रिचार्ज संरचना बनाने की जरूरत होगी। कलेक्टर ने कहा कि पानी की हर बूंद कीमती है, इसलिए आप लोग जल संरक्षण की संरचनाओं को बनाएं।
कार्यक्रम में वाटर हीरो जलप्रहरी नीरज वानखेड़े ने कहा कि जिले में विकट परिस्थिति निर्मित हो रही है। अगर हम अभी नहीं सम्हले तो यह स्थिति भयावह हो जायेगी। उन्होंने विशाल जल संचयन करने के लिए बनाए जाने वाले वेस्ट वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की बारिकी से जानकारी दी। इसके जरिए घरों से निकलने वाले अनुपयोगी जल को संचय कर फिर से उसे उपयोग में लाया जा सकेगा और भू-जल को बढ़ाया जा सकता है। श्री वानखेड़े ने रैन वाटर हार्वेस्टिंग बनाने की प्रक्रिया का भी प्रदर्शन किया। इसके साथ ही उन्होंने रेन वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर बनाकर दिखाया।
इस दौरान जल संरक्षण में योगदान देने के लिए गांव की फुलेश्वरी को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थितों से अपील की कि कम से कम 1 पौधा जरूर उगाएं, क्योंकि जहां पेड़ ज्यादा होते हैं, वहां पानी का लेवल बढ़ा होता है तथा बारिश अच्छी होती है। कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीणों को कैप, डायरी, टी शर्ट देकर सम्मानित किया गया तथा पानी की समस्या पर आधारित वीडियो का प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर बच्चों द्वारा जल बचाने के संबंध में नाटक व नृत्य भी प्रस्तुत किया गया। इसके साथ ही सरगी में जल प्रहरी का कार्य करने के लिए श्रीमती नमिता साहू को कलेक्टर ने सम्मानित किया।
कार्यक्रम में 20 निजी घरों और 3 शासकीय भवनों में रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाने की सहमति दी गई। इस अवसर पर कलेक्टर सुश्री गांधी, डी एफ ओ श्री जाधव सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी और ग्रामीणों ने जल आंदोलन को जन आंदोलन बनाने की शपथ ली। शपथ में कहा गया कि हम पानी बचाने और उसके सही इस्तेमाल, पानी की हर बूंद का ख्याल रखेंगे, ’’कैच द रेन’’ अभियान को बढ़ावा देंगे, पानी को अनमोल संपदा मानेंगे और इसका सही इस्तेमाल करेंगे., हम अपने परिवार, पड़ोसियों और अधिकारियों को भी पानी का सही इस्तेमाल करने और उसे बर्बाद न करने के लिए प्रेरित करेंगे, यह ग्रह हमारा है और हम ही इसे बचा सकते हैं और अपना भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं। इस मौके पर सरपंच ग्राम पंचायत सरगी, डिप्टी कलेक्टर प्रीति दुर्गम, कार्यपालन अभियंता पीएचई श्री शुक्ला, सीईओ जनपद पंचायत मगरलोड राजेंद्र पचौरी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।