मनरेगा, अमृत सरोवर सहित पी एम जनमन के तहत् चल रहे कार्यों का लिया जायजा
धमतरी। जल शक्ति अभियान की केंद्रीय नोडल अधिकारी प्रियंका चंद्रा ने बीते दिन जिले के कुरूद विकासखंड के मंदरौद, नारी, सेनहाभाठा, मगरलोड के मेघा, रावणभाठा, नगरी के बोदलबहरा का धुंआधार दौरा किया। इस मौके पर कलेक्टर नम्रता गांधी, सी ई ओ जिला पंचायत रोमा श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
उन्होंने सबसे पहले मंदरौद का भ्रमण किया। यहां 12 हेक्टेयर क्षेत्र में मिश्रित वृक्षारोपण किया गया है, जिसमें अमरूद, आम सहित लगभग ढाई हजार फलदार और छायादार पौधे लगे हैं तथा यह नदी तट वृक्षारोपण कार्य है। यह कार्य मनरेगा और विधायक निधि से 12 लाख 80 हज़ार रुपए की लागत का है। बीते साल किए गए इस वृक्षारोपण कार्य में सारे पौधे सुरक्षित है, सौर उर्जा पंप लगा है फेंसिंग भी हुआ है। आगे इस कार्य में स्व सहायता समूह की महिलाओं को जोड़ने की योजना है।
सेन्हाभाठा में अमृत सरोवर के निरीक्षण के दौरान श्रीमती चंद्रा को बताया गया है कि इस अमृत सरोवर निर्माण में ग्राम पंचायत ने खुद का दो लाख रुपए लगाया है। इसमें बैठक व्यवस्था, लाइट, पेवर ब्लॉक सहित सौंदर्यीकरण किया गया है। इसे देख डायरेक्टर श्रीमती प्रियंका चंद्रा ने प्रसन्नता व्यक्त किया।
मेघा में सड़क किनारे बने रैन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का भी डायरेक्टर ने अवलोकन किया। इस दौरान बताया गया कि इस सिस्टम में आधे गांव का पानी आता है। इसके बन जाने से गांव और आसपास भू जल स्तर बढ़ा है। इसके पूर्व गांव का सारा पानी नालियों के ज़रिए बह जाता था। अब रैन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के ज़रिए पानी संरक्षित हो रहा है। मेघा में ही आयोजित जल जगार उत्सव में शामिल होकर डायरेक्टर ने पानी बचाने के लिए किए जा रहे कार्यों को देखा। इस दौरान ग्रीन आर्मी की महिलाओं, सरपंच और ग्रामीणों ने जल संरक्षण की दिशा में किए जा रहे जागरुकता अभियान और कार्यक्रमों को साझा किया। जल संरक्षण के लिए 4 तालाब, 2 अमृत सरोवर, 12 सोकपिट, ग्राम पंचायत भवन और स्कूल में रूफ वॉटर हार्वेस्टिंग बनाए जाने की जानकारी दी गई।
इसके बाद डायरेक्टर श्रीमती प्रियंका चंद्रा ने नारी का मुआयना किया। इस दौरान उन्होंने नारी में बुनकरों द्वारा बनाए जा रहे कपड़ो को देख सराहना की। रावणभाठा में 19 लाख रुपए की लागत से बने अमृत सरोवर का अवलोकन किया।
ग्राम पंचायत गिरौद में वॉटर शेड और मनरेगा के माध्यम से नदी किनारे वृक्षारोपण कार्य किया जा रहा है। यह गांव वॉटर शेड एरिया में आता है, जिसमें 19 गांव, 4 स्टोपडेम हैं और जल जगार उत्सव में किए गए कार्यक्रमों का अनुभव ग्रामीणों ने किया।
बोदलबहरा के निरीक्षण के दौरान विशेष जनजाति कमार के लिए बने आवास, सोकपिट, जलदूत के माध्यम से कुआं का सर्वेक्षण के साथ ही प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत् किए गए गांव के प्लान का अवलोकन किया गया। इस दौरान 12 लाख रुपए की लागत से बने तारबांध निर्माण का अवलोकन किया। बताया गया है कि इससे लगभग 53 एकड़ भूमि पर सिंचाई होगी, जिससे किसानों को फायदा होगा।