mahasamund : भट्ठा मजदूर की हुई मौत, बिना पोस्टमार्टम के कर दिया गया अंतिम संस्कार

मनीष सरवैया वरिष्ठ पत्रकार महासमुंद। महासमुंद जिले से हर साल भट्ठा दलालों द्वारा लाखों ग्रामीणों का पलायन करा कर दीगर प्रांत में मजदूरी के लिए भेजा जा रहा है। बिना किसी सिक्योरिटी के मजदूरों को एक राज्य से दूसरे राज्य भेजा जा रहा हैं। मजदूरों के इस पलायन को प्रशासन द्वारा रोकने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई जा रही है।
महासमुंद जिले में एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है। मजदूर संतलाल यादव भुरकोनी निवासी की इलाहाबाद के बस्ती जिला भट्ठा में मजदूर की संदिग्ध मौत हो गई है। जिसका अंतिम संस्कार भी आनन फानन में ग्राम में ला कर दिया गया है।
हम आपको बता दें कि महासमुंद जिला सहित जिले से लगे हुए उड़ीसा क्षेत्र के मजदूर दलाल जिले से लाखों गरीब मजदूरों को ईट भट्टा भेज कर लाखों करोड़ों की कलाई कमाई कर रहे हैं और शोषण का शिकार हो रहे गरीब ग्रामीणों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो रही है। श्रम विभाग और जिला प्रशासन के सुस्त रवैए की वजह से जिले के भट्ठा दलालों के हौंसले बुलंद हो रहे है। लगातार श्रम कानून की धज्जियां महासमुंद में अधिकारियों के सुस्ती की वजह से मजदूर दलाल उड़ा रहे हैं और अधिकारी चुप बैठे हैं। लगातार मजदूरों के पलायन की शिकायत होने के बावजूद जिला प्रशासन, श्रम विभाग और पुलिस प्रशासन छुपी साधे हुए हैं।
श्रम विभाग को इस बात की जानकारी भी नहीं है कि जिले में अब तक कौन कौन से गांव से कितने ग्रामीणों ने पलायन किया है। श्रम विभाग किस तरह से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहा है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।

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