धमतरी @ विश्वनाथ गुप्ता। धमतरी के मराठा मंगल भवन के पास देर रात एक युवक की दो युवकों ने चाकू मारकर हत्या कर दी है जो धमतरी शहर के लिए आम बात है। बात भी जायदा बड़ी नही है मिली जानकारी से पता चला है शंकर ढीमर जिसका ,,कुई नामक युवक से पहले से ही झगड़ा फसाद था और दोनो एक दूसरे को देख लेने की धमकी देते रहते थे।
बीती रात वो मौका भी आ गया जब दोनो आमने सामने पड़ गए और कुई और उसके दोस्त ने इस बात पर युवक पर चाकू से हमला कर दिया की ,,शंकर तू मेरे चाचा का सायकल रखा है दे नही रहा विवाद बड़ गया और अंजाम शंकर को अपनी जान दे कर चुकाना पड़ा ,,कुई नामक युवक के साथ उसका दोस्त भी शामिल था जो मगरलोड से ,,कुई के घर तीज नाहवान कार्यक्रम में आया था और कुई के साथ घूम रहा था, फिलहाल पुलिस ने बिना देर किए दोनो आरोपियों को पकड़ लिया है और विवेचना जारी है
अब सवाल ये उठता है पुलिस इतनी चौक्कनी है तो वारदात क्यों घट रही है क्या पुलिस अपना काम ढंग से नहीं कर रही है या माजरा कुछ और है क्या कोतवाली में पुलिस बल कम है या काम इतना जायदा है की ड्यूटी में काम कर रहे लोग जायदा मानसिक तनाव में हैं
इसका दूसरा कारण भी है सरकार का शराब खोरी पर अंकुश नहीं लगाना और जायदा शराब बिक्री के लिए व्यवस्था को सरल करना ,, अवैध शराब बिक्री का जोरो से चलना या फिर सूखे नशे की लत ने युवाओं का दिमागी संतुलन इस कदर प्रभावित किया है की उन्हें हर बात पर खून दिखने लगा है या मां बाप का अपने बच्चो को सही मार्ग दर्शन नही देना। शिक्षक की कड़ाई का न होना। बहुत ही गहन विषय है अभी नही सोचा गया तो भुगतना पड़ेगा। इन युवाओं को शराब के अलावा शहर में बिक रहे कई प्रकार के सूखे गीले नशों से कैसे सुरक्षित किया जाए इस विषय पर एक गहन विचार होना , धमतरी पुलिसिंग की बात की जाए तो सब ठीक है लेकिन कई जगह टाइट करने की आवश्यकता है जैसे रात में फिर युवा वर्ग रात 12 ,1 बजे संदिग्ध जगहों पर दिखाई दे रहे है ,,अंधेरे में छुप कर बैठे भी नजर आ जायेंगे , पुलिस के साथ उन पालकों को भी अपने पालक खाकर आया हु और नशे में पान मसाला दबाकर झूठ बोलने वाले बच्चो पर भी खाश ध्यान देने की जरूरत है नही तो अगला नंबर किसका है पता नहीं।