नगरी निकाय आंदोलनरत कर्मचारियों की गिरफ्तारी

महासमुंद @ मनीष सरवैया। अपनी तीन सूत्री मूलभूत मांगे इसमें महीने की पहली तारीख को वेतन भुगतान, पुरानी पेंशन योजना लागू करने और पदोन्नति प्रदान करने को लेकर पूरे प्रदेश भर के नगरी निकाय कर्मचारी राजधानी रायपुर नगर निगम व्हाइट हाउस के सामने स्थित उद्यान में एकत्रित होकर शासन के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए रैली के रूप में मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने जा रहे थे तभी रास्ते में पुलिस ने चाक चौबंद्ध व्यवस्था करते हुए जगह-जगह बैरिकेट्स लगाकर रास्ता रोक दिया और आंदोलनकारी को घेराव स्थगित करने के लिए कहा पुलिस का कहना था कि आप लोगों को आंदोलन की अनुमति नहीं है प्रमुख मार्ग को आप लोग इस तरह जाम नहीं कर सकते लेकिन कर्मचारी नेताओं ने एक भी बाते नहीं मानी और मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के बात पर अड़े रहे, स्थिति तनातनी की पैदा हो गई। आंदोलनकारीयो ने शासन को कोसते हुए जोरदार नारेबाजी की जिससे पुलिस ने आंदोलन की अनुमति नहीं होने की बात कहते हुए आंदोलनकारीयो को गिरफ्तार कर बस में भरकर अस्थाई रूप से बनाए गए जेल नया रायपुर धरना स्थल तुता में ले जाकर छोड़ गया। इस बीच कुछ कर्मचारी नेताओं को धक्का मुक्की में हल्की को चोटें भी आई। नवनियुक्त अधिकारी कर्मचारी कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेश सोनी पालिका कर्मचारी संघ अध्यक्ष सुरेश तिवारी ने बताया कि कर्मचारियों के आंदोलन और आक्रोश को देखकर प्रशासन डर में आ गई है जिसका परिणाम है कि कल शाम को वेतन के लिए कुछ राशि भी जारी हुई है। प्रशासन ने आंदोलन को रोकने के लिए भरपूर प्रयास किया जगह-जगह बैरिकेट्स लगाए हुए थे और पुलिस की चाक चौबंद्ध व्यवस्था थी तुता में पीने की पानी की भी व्यवस्था नहीं थी कर्मचारी प्यासे मरते रहे, आगे उन्होंने बताया कि सप्ताह भर पूरे प्रदेश के कर्मचारी अपने स्थानीय निकायों में चौड़ी काली पट्टी लगाकर शासन के दमनकारी नीतियों का विरोध करते हुए कार्य करेंगे और संध्या 5:30 बजे कार्यालय के मुख्य द्वार पर प्रतिदिन शासन के विरुद्ध नारा बाजी करते हुए कुंभकरण नींद से जागने का प्रयास करेंगे। जब तक हमारी तीन प्रमुख मांगे पूर्ण नहीं होती तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा।

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