सहकारी समिति कर्मचारियों के आंदोलन से क्या बढ़ेंगी किसानों की परेशानी, मौसम ने पहले ही दिवाली में रखे थे हाथ खाली

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धमतरी @ विश्वनाथ गुप्ता…. सरकार अपने तय सुदा समय में धान खरीदी के लिए त्यारियो में जुट गई है और दूसरी तरफ एन मौके पर सहकारी समिति के कर्मचारियों ने अपनी मांगों का पिटारा खोल.. मोर्चा संभाल लिया है धमतरी में संभागीय स्तरीय एक दिवसीय प्रदर्शन कर  रैली निकाली गई और कलेक्टर को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा गया।
 इस आंदोलन में धमतरी ,महासमुंद, गरिया बंद के तमाम सहकारी समिति करचरियो ने हिस्सा लिया और ज्ञापन सौप मांग पूरी न होने पर 3 नवंबर से हड़ताल पर बैठने की चेतावनी और धान खरीदी बंद की चेतावनी भी दे दी है.
इधर किसान इस आंदोलन से सहम गए है की मौसम के उतार चढ़ाव से और बे मौसम बारिश की मार से पहले ही हाल बुरे से भी बत्तर है ऐसे में धान खरीदी के ऐन वक्त फिर वही पुरानी वाली कहानी ,,आंदोलन हड़ताल ये सब चालू होगा तो उनकी परेशानियां और बड़ जाएंगी साथ ही अगर नुकसान हुआ तो फिर वही कर्जे का बोझा ,,दिवाली का दिवाला तो वैसे ही निकल चुका है वो सरकार और सहकारी समिति के बीच क्या मामला है उसमे नही पड़ना चाहते,,वो सिर्फ अपनी मेहनत का फल मीठा चाहते है जो उनके हिस्से कब आयेगी पता नही।

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