दिल्ली-एनसीआर में रात भर से जारी है रिमझिम-फुहार, कई जगह आज भी हल्की बारिश की संभावना

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दिल्ली-एनसीआर में रात भर से कहीं रिमझिम-फुहार तो कहीं हल्की बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने आज भी कमोबेश इसी तरह के मौसम और कहीं-कहीं हल्की बारिश की संभावना जताई है। 

दो दिन पहले तक गर्मी और उमस के बाद सितंबर में भी मानसून धीमी रफ्तार पकड़े हुए है। यही वजह है कि अभी तक सामान्य से कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। सामान्य तौर पर सितंबर में 84.3 मिमी बारिश होती है, लेकिन अभी तक 30 मिमी से भी कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो अगले एक से दो दिनों में मानसून कमजोर हो जाएगा, जिसके बाद बारिश की संभावना नहीं है।

मौसम विशेषज्ञ कहते हैं कि इस बार निम्न दाब वाला क्षेत्र पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बार-बार बनने के कारण मानसूनी गर्त उत्तरी भारत की तरफ नहीं बढ़ सका। इस वजह से मध्य भारत के राज्य मध्यप्रदेश और गुजरात समेत अन्य राज्यों में बाढ़ वाली स्थिति रही, जबकि उत्तर भारत के राज्यों में सूखा रहा। सितंबर में मध्यप्रदेश और इसके आसपास के राज्यों के ऊपर निम्न दाब वाला क्षेत्र बना, जिसका कुछ प्रभाव दिल्ली-एनसीआर में देखने को मिला है। हालांकि, अभी भी पूरे माह कोटा पूरा नहीं हो सका है। अगले एक दिनों में मानसून फिर कमजोर पड़ेगा व इसकी विदाई का भी समय आ गया है। सामान्य तौर पर 20 सितंबर के करीब मानसून की विदाई हो जाती है।

मौसम विभाग के मुताबिक, शुक्रवार को आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैं। इसको देखते हुए कुछ जगहों पर हल्की बारिश की संभावना है। अधिकतम तापमान 31 व न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। इसके अगले दिन भी कमोबेश यही स्थिति बनी रहेगी। 

विस्तार

दिल्ली-एनसीआर में रात भर से कहीं रिमझिम-फुहार तो कहीं हल्की बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने आज भी कमोबेश इसी तरह के मौसम और कहीं-कहीं हल्की बारिश की संभावना जताई है। 

दो दिन पहले तक गर्मी और उमस के बाद सितंबर में भी मानसून धीमी रफ्तार पकड़े हुए है। यही वजह है कि अभी तक सामान्य से कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। सामान्य तौर पर सितंबर में 84.3 मिमी बारिश होती है, लेकिन अभी तक 30 मिमी से भी कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो अगले एक से दो दिनों में मानसून कमजोर हो जाएगा, जिसके बाद बारिश की संभावना नहीं है।

मौसम विशेषज्ञ कहते हैं कि इस बार निम्न दाब वाला क्षेत्र पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बार-बार बनने के कारण मानसूनी गर्त उत्तरी भारत की तरफ नहीं बढ़ सका। इस वजह से मध्य भारत के राज्य मध्यप्रदेश और गुजरात समेत अन्य राज्यों में बाढ़ वाली स्थिति रही, जबकि उत्तर भारत के राज्यों में सूखा रहा। सितंबर में मध्यप्रदेश और इसके आसपास के राज्यों के ऊपर निम्न दाब वाला क्षेत्र बना, जिसका कुछ प्रभाव दिल्ली-एनसीआर में देखने को मिला है। हालांकि, अभी भी पूरे माह कोटा पूरा नहीं हो सका है। अगले एक दिनों में मानसून फिर कमजोर पड़ेगा व इसकी विदाई का भी समय आ गया है। सामान्य तौर पर 20 सितंबर के करीब मानसून की विदाई हो जाती है।

मौसम विभाग के मुताबिक, शुक्रवार को आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैं। इसको देखते हुए कुछ जगहों पर हल्की बारिश की संभावना है। अधिकतम तापमान 31 व न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। इसके अगले दिन भी कमोबेश यही स्थिति बनी रहेगी। 

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