जिला प्रशासन द्वारा दिया जा रहा निःशुल्क प्रशिक्षण, युवाओं को स्वरोजगार से जुड़ने में मदद मिलेगी
सफल प्रशिक्षण के बाद गूगल द्वारा प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा
धमतरी। जिले में युवाओं को कम अवधि के प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वरोजगार से जुड़ने के लिए प्रोजेक्ट युवा के तहत कई तरह की ट्रेनिंग दी जा रही है। इसी प्रोजेक्ट के तहत लगभग 60 युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के प्रयोग और उसे रोजगार के साधन के रूप में अपनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
स्थानीय शासकीय श्रवण बाधितार्थ बालिका विद्यालय में चल रहे इस प्रशिक्षण में गूगल की प्रतिनिधि के रूप में सुश्री पूजा द्वारा युवाओं को एआई की बारीकियां सिखाई जा रहीं हैं। इस प्रशिक्षण में मार्केटिंग, डेटा एनालिसिस, ऑटोमिशन जैसी तकनीकों की विस्तृत जानकारी युवाओं को दी जा रही है। एआई के माध्यम से जटिल कामों को आसानी से करने, एआई से म्युजिक, इमेज, विडियो, पावर प्वाईंट प्रजेन्टेशन आदि बनाने के बारे में जानकारी दी जा रही है। इस प्रशिक्षण के बाद प्रतिभागियों को गूगल द्वारा प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे।
प्रशिक्षण में एआई का प्रयोग कर विश्लेषण, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं कृषि जैसे क्षेत्रों में उपयोग के बारे में भी बताया जा रहा है। चैटजीपीटी, डेटा एनालिटिक्स और ऑटोमेशन जैसी तकनीकों की बेसिक जानकारी के साथ-साथ लाइव डेमो द्वारा एआई से रिपोर्ट तैयार करने या सोशल मीडिया के लिए कंटेंट जनरेट करने के बारे में भी बताया जा रहा है।
एआई बन सकता है रोजगार का साधन, सभी गंभीरता से लें प्रशिक्षण-कलेक्टर
आज प्रशिक्षण स्थल पर पहुंचे कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने प्रतिभागियों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि एआई तकनीक आज के समय की मांग है। इसकी सहायता से हम अपने कामों को तेजी से और गुणवत्ता से कर सकते हैं। युवा इसे सीखकर अपने स्वयं का स्टार्टअप या रोजगार शुरू कर सकते हैं और लोगों को भी रोजगार दे सकते हैं। कलेक्टर ने कहा कि एआई के क्षेत्र में स्वरोजगार शुरू करने के इच्छुक युवाओं को जिला प्रशासन द्वारा भी बैंक के माध्यम से वित्तीय सहायता दिलाने, विस्तृत कार्ययोजना बनाने जैसे कामों में मदद की जाएगी।