भोथली, कुंडेल और बेलरगांव से हरी झंडी दिखाकर तीन रथों को किया रवाना
धमतरी। धमतरी जिले में आज विकसित कृषि संकल्प अभियान की शुरूआत हुई। इस अभियान से जिले के किसानों को खरीफ फसलों के आधुनिक खेती, लाभकारी फसलों की खेती के साथ-साथ किसानों के लिए विभिन्न शासकीय योजनाओं और नीतियों की जानकारी मिलेगी। अभियान के तहत् आज भोथली, बेलरगांव और कुण्डेल से तीन रथों को हरी झंडी दिखाकर गांवों के लिए रवाना किया गया।
विधायक धमतरी ओंकार साहू, पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष नेहरू निषाद, जनपद अध्यक्ष अंगीरा, पूर्व विधायक रंजना साहू और कलेक्टर अबिनाश मिश्रा एवं उपसंचालक कृषि मोनेश साहू ने ग्राम भोथली से कृषि रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। वहीं नगरी विकासखंड में जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सार्वा, और मगरलोड विकासखंड में जिला पंचायत उपाध्यक्ष गौकरण साहू और जनपद अध्यक्ष विरेन्द्र साहू सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
यह अभियान 29 मई से 12 जून 2025 तक जिले के चारों विकासखंडों के 78 गांवों में संचालित होगा। विकसित कृषि संकल्प रथ धमतरी, कुरूद और नगरी विकासखंडों के 20-20 गांवों और मगरलोड विकासखंड के 18 गांवों तक पहुंचेगा। रथों के साथ कृषि विशेषज्ञों और अधिकारियों की टीमें प्रतिदिन छह गांवों में जाकर किसानों को खरीफ मौसम में वैज्ञानिक खेती की विधियों से अवगत कराएंगी। इसके साथ ही प्रत्येक शिविर में कम से कम 200 किसानों की सहभागिता का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
शिविरों में किसानों को मशरूम उत्पादन, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसान सम्मान निधि, कृषि ड्रोन प्रदर्शन, सिंचाई तकनीक (ड्रिप व स्प्रिंकलर), रागी-नारियल की खेती, धान की कतार बोनी, वैकल्पिक उर्वरक, फसल अपशिष्ट प्रबंधन, कृषि यंत्रों की जानकारी और मृदा स्वास्थ्य पत्रक के आधार पर उर्वरक उपयोग जैसी जानकारियाँ दी जाएंगी। साथ ही शिविरों में किसान क्रेडिट कार्ड हेतु आवेदन भी लिये जाएंगे। इस दौरान प्राकृतिक और जैविक खेती का प्रचार-प्रसार तथा इसे अपनाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित भी किया जायेगा।
किसानों की आय बढ़ाने में मददगार होगा अभियान – कलेक्टर
भोथली में जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में रथों को रवाना करते हुए कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने कहा कि विकसित कृषि संकल्प अभियान किसानों की आय बढ़ाने और खेती में नई तकनीकी-नवाचारों से उत्पादन बढ़ाने में मददगार होगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान में कृषि, पशुपालन, मछलीपालन, उद्यानिकी के साथ-साथ कृषि विज्ञान केन्द्रों और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के विशेषज्ञ भी किसानों को उनके गांवों में जाकर खेती-किसानी के उन्नत और वैज्ञानिक तरीके बतायेंगे। इससे चालू खरीफ मौसम में ही किसानों को बेहतर परिणाम मिलेंगे। कलेक्टर ने इस अभियान का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील किसानां से की है। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान किसानों के सुझावां और समस्याओं को भी नोट किया जायेगा, जिन्हें कृषि वैज्ञानिक आगे कृषि अनुसंधानों में उपयोग करेंगे।