Dhamtari : प्रोजेक्ट युवा : डिजीटल मार्केटिंग का हुनर सीख रहे धमतरी के युवा

स्थानीय उत्पादों को वैश्विक बाजार मिलने की उम्मीद बढ़ी

अपना व्यवसाय शुरू करने जिला प्रशासन करेगा मदद

धमतरी। धमतरी के 50 से अधिक युवक-युवतियां लाईवलीहुड कॉलेज में डिजीटल मार्केटिंग के हुनर सीख रहे हैं। प्रोजेक्ट युवा के तहत धमतरी के युवक-युवतियों को अपने पैरों पर खड़ा करने की कलेक्टर अबिनाश मिश्रा की पहल पर डिजीटल मार्केटिंग का विशेष प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है।

डिजीटल मार्केटिंग एक्सपर्ट हिमांशु चौरसिया हर दिन लगभग 3 घंटे युवाओं को पढ़ा रहे हैं और उन्हें ऑनलाईन प्रेक्टिकल ज्ञान भी दे रहे हैं। इतनी बड़ी संख्या में पहली बार में ही डिजीटल मार्केटिंग जैसे क्षेत्र में धमतरी के युवाओं के प्रशिक्षित हो जाने से धमतरी जिले के स्थानीय उत्पादों, नगरी दुबराज जैसे कृषि उत्पादों, हस्तशिल्पों, वस्त्र आदि को वैश्विक बाजार मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। डिजीटल मार्केटिंग का प्रशिक्षण ले रहे युवा इंटरनेट पर ऑनलाईन अपनी मार्केटिंग वेबसाईट के माध्यम से अपना व्यवसाय शुरू कर सकेंगे। इससे युवाओं को घर से ही काम करके अच्छी आमदनी मिलने की उम्मीद है।

प्रोजेक्ट युवा के तहत संचालित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में स्थानीय युवक-युवतियों को डिजीटल मार्केटिंग की मूलभूत जरूरी जानकारी दी जा रही है। उन्हें वेबसाईट बनाना, डिजीटल मार्केटिंग के माध्यम से उत्पादों के प्रचार-प्रसार, बिक्री करने के तरीके भी बताए जा रहे है। अपने उत्पाद की विशेषताओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाने और सर्च इंजनों का उपयोग कर अपने व्यवसाय को प्रचारित-प्रसारित करने के तरीके भी सिखाए जा रहे हैं। अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करने, गूगल के विज्ञापनों की रीति-रणनीति के बारे में भी बताया जा रहा है। इसके साथ ही व्यवसायिक ई-मेल, मार्केटिंग एनालिसिस तकनीकों से भी युवाओं को अवगत कराया जा रहा है।

डिजीटल मार्केटिंग एक्सपर्ट श्री चौरसिया ने बताया कि आज के इंटरनेट के युग में अलीबाबा, अमेजन, फ्लिपकार्ट, मीशो जैसी कई कम्पनियां डिजीटल मार्केटिंग में तेजी से आगे बढ़ रहीं हैं। कई नई कम्पनियां अपने उत्पादों को ऑनलाईन उपलब्ध कराकर रियायती दरों पर घर पहुंच सुविधाएं दे रहीं हैं। ऐसे में डिजीटल मार्केटिंग घर बैठे कमाई का एक अच्छा जरिया हो सकता है। अपनी वेबसाईट बनाकर उस पर उत्पादों की जानकारी आकर्षक रूप में वॉईस और वीडियो-फोटो के रूप में अपलोड करके वैश्विक व्यापार किया जा सकता है। श्री चौरसिया ने बताया कि आज के जमाने में जब पका हुआ खाना भी ऑनलाईन ऑर्डर से घर के दरवाजे तक आ जाता है, तो धमतरी की जड़ी-बूटियां, प्रसिद्ध नगरी दुबराज चावल, आदिवासी हस्तशिल्प से लेकर रेशमी साड़ियो तक का व्यवसाय करने के लिए डिजीटल मार्केटिंग का बाजार संभावनाओं से भरा है। युवा इस प्रशिक्षण के बाद अपना काम शुरू कर अच्छी कमाई कर सकते हैं।

डिजीटल मार्केटिंग का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही ज्योति सिन्हा ने अपना ब्लॉग भी बना लिया है। ज्योति ने बताया कि काफी दिनों से वे ऐसे किसी प्रशिक्षण के लिए प्रयासरत थीं। लेकिन धमतरी में इस तरह की सुविधा नहीं होने और ऑनलाईन प्रशिक्षण में फीस ज्यादा होने के कारण वे इसे नहीं कर पा रहीं थी।

ज्योति ने कहा कि कलेक्टर अबिनाश मिश्रा की पहल से उन्हें यह प्रशिक्षण अब निःशुल्क मिल रहा है। वे इस ज्ञान को अपना व्यवसाय शुरू करने में इस्तेमाल करेंगी। इसी तरह रिजवान रिजवी ने अपना विकीपीडिया पेज बनाया है। उन्होंने कहा कि डिजीटल मार्केटिंग आज के जमाने की जरूरत है। यदि कोई व्यवसाय शुरू ना भी करे तो डिजीटल मार्केटिंग की बारीकियां जानने से वह ठगने से बच सकता है। इस प्रशिक्षण के दौरान ही कुछ प्रशिक्षणार्थी अपनी डिजीटल मार्केटिंग वेबसाईट भी बनाने का प्लान कर रहे हैं।

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