धमतरी…. जिला प्रशासन द्वारा मलेरिया नियंत्रण और रोग प्रबंधन को लेकर उठाए गए कदम सफल परिणाम दे रहे हैं। कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने  समय सीमा की बैठक में जिले में मलेरिया पीड़ित प्रकरण आने पर उनका जिला अस्पताल में लाकर बेहतर उपचार करने के निर्देश दिए थे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने मलेरिया के जटिल मामलों के त्वरित उपचार को प्राथमिकता देने के साथ-साथ सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
जिला स्तर पर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (PHC) और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (CHC) में मलेरिया की पुष्टि होने पर मरीजों को तुरंत जिला अस्पताल रिफर किया जा रहा है। इसके तहत सभी स्वास्थ्य केन्द्रों के प्रभारी अधिकारियों को सुसंगत निर्देशित किया गया है। माह सितम्बर 2025 के अंत तक जिला धमतरी में कुल 1,19,167 रक्तपट्टी और आर.डी कीट परीक्षण किए जा चुके हैं, जो निर्धारित लक्ष्य का 122 प्रतिशत है। परीक्षणों में कुल 165 मलेरिया के मरीज पाए गए, जिनका सफल उपचार कर मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। जिले में अब तक मलेरिया से किसी भी व्यक्ति की मृत्यु नहीं हुई है।
स्वास्थ्य विभाग समय-समय पर जनजागरूकता अभियान भी चला रहा है, जिसमें लोगों को मलेरिया के लक्षण, बचाव और परीक्षण के महत्व के बारे में जानकारी दी जाती है। मलेरिया मच्छर के काटने से होता है और यह बुखार, ठंड लगना, कपकपी, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द जैसे लक्षण देता है। विभाग का संदेश है कि कोई भी बुखार होने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर रक्त परीक्षण कराएँ।
				 
								 
								 
															 
															 
															 
															 
				 
															



