मगरलोड @ टोमन लाल सिन्हा। जिला धमतरी विकासखंड मगरलोड (Magarlod ) के 15 किलोमीटर दूरी पर बसा वन ग्राम जलकुंभी में गुरुवार को मगरलोड गर्ल्स हॉस्टल से छुट्टी लेकर अपने गांव जा रही कक्षा छठवीं की छात्रा सुशीला भुजिया पिता स्वर्गीय अमृत भुजिया कक्षा दसवीं की छात्रा भीनेश पिता भोज लाल भुजिया एवं कक्षा 12वीं की छात्रा डिगेशवरी पिता दशरु धुर्व करीबन शाम 5 बजे गांव के नजदीक पहुंचे ही थे कि अचानक दतैल हाथी का आमना सामना हो गया तीनों छात्राओं के होश उड़ गई तो अपने पास रखे बैग सामानों को पटक कर जान बचाने इधर-उधर भागने लगे हाथी भी सभी का पीछा किया हाथी बैग को पटक-पटक कर तहस-नहस करने लगा तो छात्रा डीगेसवरी एवं भीनेश दौड़कर गांव की ओर भागने लगा
तो वही कक्षा छठवीं की छात्रा सुशीला भुंजिया ने अपनी जान की परवाह किए 30 फीट से ऊंचा बिजली टावर में चढ़कर अपनी जान बचाने में सफल हुई जिससे उसको टावर में लगे तारों से हाथ पैर में खरोच भी लगा है छात्राओं की बैग में रखे सभी सामग्रियों जैसे कपड़ा कॉपी पुस्तक सौंदर्य को हाथी ने तहस-नहस कर दिया
(Magarlod ) गांव में लगातार पिछले 2 वर्षों से हाथियों का आना जाना लगा है यह गांव पूर्णता जनजाति लोगों की है इस गांव की 6 छात्राएं मगरलोड गर्ल्स हॉस्टल में पढ़ती है ग्रामीणों ने तत्काल पक्की रोड बनाने की मांग किया है ग्राम पंचायत सचिव हेम लाल यादव एवं जनपद पंचायत सदस्य हीरामन ध्रुव एवं ग्रामीणों ने शासन से छात्राओं को साहसिक पुरस्कार एवं हाथी द्वारा किए गए नुकसान कपड़ा कापी पुस्तक एवं आर्थिक क्षति तत्काल प्रदान करने की मांग की है नवरात्रि के अवसर पर भी 17 लोगों को रात्रि करीबन 1 बजे हाथी आया था (Magarlod ) जिससे गांव से बाहर करने लोग गए थे जिसमें कई लोग घायल हुए थे वन विभाग के संबंधित अधिकारी कर्मचारी अभी तक छात्राओं से मुलाकात नहीं किया है जिससे ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है.