धमतरी @ मुकेश कश्यप। पंचायती राज दिवस के अवसर पर युवा नेता आनंद पवार ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधी को याद किया,उन्होंने कहा कि पंचायती राज दिवस के अवसर पर युवा नेता आनंद पवार ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधी को याद किया,उन्होंने कहा कि स्वर्गीय राजीव गांधी जी ने सत्ता का विकेंद्रीकरण करने के लिए देश में पंचायती राज की स्थापना की थी। शुरुआती दौर में पंचायतों को अनगिनत शक्तियां प्राप्त थी। जिससे हर क्षेत्र में विकास को गति मिल सकी, लेकिन केंद्र सरकार हमारे संविधान और लोकतंत्र को नुकसान पहुंचा रहा है।आज हम जिस व्यवस्था की बदौलत ग्रामीण स्तर के फैसले ग्रामीणजनों के हाथ में दे पाए है उसका पूरा श्रेय राजीव जी को ही जाता है,स्व राजीव जी पंचायती राज और नगर पालिका विधेयक के सूत्रधार थे, उन्होंने लोक अदालतों के माध्यम से त्वरित न्याय दिलाने के प्रयासों को भी प्रमुखता से बढ़ावा दिया,पंचायती राज संस्थाओं के जरिये लोगों को सशक्त बनाने का काम आसान नहीं था, फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी। वह भ्रष्टाचार के दीमक को भली-भांति पहचानते थे। इसी कारण उन्होंने नि:संकोच कहा था कि सरकार द्वारा खर्च प्रत्येक रुपये में से केवल 15 पैसा ही लाभार्थी तक पहुंचता है। उन्होंने स्थानीय स्वशासन के लिए 1989 में लोकसभा में 64वां संविधान संशोधन विधेयक पेश किया।
जमीनी स्तर पर लोगों को सशक्त बनाने का दृढ़ संकल्प लेकर राजीव गांधी ने 1991 के लोकसभा चुनाव के घोषणापत्र में पंचायती राज संस्थाओं को सशक्त बनाने का वादा किया।पूरा भारत ही नही वरन विश्व भी इस बात का साक्षी रहा जब 73वें और 74वें संविधान संशोधन अधिनियम के लागू होने पर राजीव जी का सपना पूरा हुआ, जिससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पंचायतों, त्रि-स्तरीय पंचायतों और नगर पालिकाओं को पर्याप्त शक्तियां, वित्तीय संसाधन और महिलाओं के लिए सीटें आरक्षित करने का फैसला लिया गया।
राजीव जी के राजनीतिक विरोधी भी उनके आधुनिक एवं नए सोच के कायल थे। बतौर प्रधानमंत्री उन्होंने वर्षों पहले हमारे जीवन में प्रौद्योगिकी की बड़ी भूमिका की परिकल्पना कर ली थी। वह उच्च उत्पादकता, पारदर्शिता और सामाजिक न्याय की दिशा में तेजी से प्रगति के लिए तकनीक के उन्नयन की जरूरत को पहले ही समझ गए थे।
