धमतरी @ विश्वनाथ गुप्ता। धमतरी आदिमजाति कल्याण विभाग के अंतर्गत आने वाले एकलवय आवासीय स्कूल प्रबंधन की और स्टॉफ की बड़ी लापरवाही सामने आई है स्कूल परिसर से 6 बच्चे भाग कर शाम 5 बजे के आसपास जंगली रास्तों को पार कर पथर्रीडीह से गांव मथुराडिह पहुंच गए जो गांव के मंदिर के बाहर खड़े थे ,,बहुत देर से गांव में अनजान बच्चो को देख ग्रामीणों ने पास जाकर पता साजी की तो पता चला बच्चे एकलव्य आवासीय स्कूल के है जो बहुत डरे सहमे लग रहे थे ग्रामीणों ने सरपंच को बताया तो सरपंच परमेश्वर देवांगन और ग्रामीणों बच्चो से बात चीत की और कारण जानना चाहा तो बच्चो ने कुछ शिक्षक ,शिक्षिकाओ पर छोटी छोटी बातों पर डाटने फटकारने और परेशान करने की बात कही,
ग्रामीणों ने बच्चो को भोजन कराया और पता साजी में सरपंच लग गए इतने सब करते करते आदिम जाति कल्याण विभाग और स्कूल प्रबंधन को भी जानकारी हो गई की बच्चे कौन सी दिशा में गए है तो ढूंढते हुए लगभग 2,3 घंटे बाद एकलव्य स्कूल के स्टॉफ के लोग शिक्षको के साथ मथुराडीह पहुंच गए और बच्चो को ले जाने की बात सरपंच से की लेकिन ग्रामीणों और सरपंच ने अधिकारियों के आने पर ही बच्चो को सुपुर्द करने और लिखित में देने का तो कुछ देर बाद आदिमजाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त विमल साहू सहित जिला शिक्षा अधिकारी टी आर जगदल्ले भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया की बच्चे को ले जाने दिया जाए तो ग्रामीणों ने लिखित में देने की बात की तो अधिकारियों ने लिखित में दे दिया की बच्चो को सकुशल प्राप्त किया और सभी बच्चो को स्कूल स्टॉफ के साथ वापस हॉस्टल भेज दिया।
इस विजय पर जिला शिक्षा अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने मेले मड़ई में घूमने की जिद्द कर रहे थे बच्चे,,प्रबंधन ने मना किया तो वो चुपके से निकल गए बताया छोटी छोटी उम्र में बच्चे अक्सर ऐसी हरकत कर बैठते है जो कभी कभी कष्ट दायक हो जाता है तो कभी जानलेवा भी साबित हो जाता है क्यों की धमतरी के जंगलों में हाथी समेत कई हिंसक जंगली जानवर पाए जाते है जो इंसानों पर हमला कर रहे है,इधर दो सदस्यीय टीम गुरुवार को जांच में भेज दी गई थी,जिसके बाद स्कूल प्रबंधन की लापरवाही पर स्कूल के प्रधान पाठक को कारण बताओ नोटिस भेज दिया ऐसा जिला शिक्षा अधिकारी जगदल्ले ने दूरभाष पर बात करने पर बताया
लेकिन इतनी बड़ी चूक पर जब आज के मौहौल में कई अनचाही घटनाएं गुजर रही है आदिम जाति कल्याण विभाग सहित सभी स्कूल और हॉस्टल के प्रबंधन को सजग रहने की जरूरत है.