Dhamtari : स्कूल शिक्षा और आदिवासी विकास विभाग के काम-काज की कलेक्टर ने की समीक्षा

स्कूलों का युक्तियुक्तकरण होगा, कलेक्टर ने दिए निर्देश

धमतरी। कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने स्कूल शिक्षा और आदिवासी विकास विभाग के विभागीय कार्यों की समीक्षा की। कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में कलेक्टर ने विकासखण्डवार स्कूलों के युक्तियुक्तकरण की जानकारी ली। कलेक्टर ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के ऐसे स्कूल जिनके युक्तियुक्तकरण किया जाना है, उसकी अलग से जानकारी देने कहा। उन्होंने अंदरूनी क्षेत्रों और कमार बसाहटों में स्कूलों को नियमित रखने के निर्देश दिए, जिससे कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न हो।

कलेक्टर ने पीएमश्री स्कूलों को उत्कृष्टता के आधार पर रैंकिग दी और उत्कृष्ट स्कूल मेंं किए गए कार्यों की विडियो भी दिखाई। कलेक्टर ने स्कूलों में सर्व सुविधायुक्त वातावरण में शिक्षा देने के कार्य की सराहना की और अन्य स्कूलों के प्राचार्यो को भी इसी तरह की गतिविधियां संचालित करने कहा। बैठक में सीईओ जिला पंचायत रोमा श्रीवास्तव, जिला शिक्षा अधिकारी श्री जगदल्ले, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग विमल साहू सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

कलेक्टर श्री मिश्रा ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अटल टिकरिंग लैब में आधुनिक जरूरतों के हिसाब से मॉडल तैयार करने बच्चों को प्रोत्साहित करें। दसवीं और बारहवीं में पढ़ने वाले बच्चों के लिए जिले के उत्कृष्ट शिक्षकों का चिन्हांकन करने के निर्देश भी दिए। इन शिक्षकों से गणित, भौतिक, रसायन और बायोलॉली विषय के पाठ्यक्रम के अनुसार वीडियो बनाकर स्कूलों में सर्कुलेट करने को भी कहा, ताकि बच्चों को पढ़ाई में मदद हो सके। इसके लिए उन्होंने एक रिकॉर्डिंग रूम भी तैयार करने के निर्देश दिये। बैठक में कलेक्टर ने सभी स्कूलों में आयोजित होने वाले मासिक परीक्षा के रिपोर्ट ऑनलाईन दर्ज करने के निर्देश दिए, ताकि बच्चों के शैक्षणिक स्तर की जांच की जा सके। कलेक्टर ने स्कूली बच्चों को श्रम, आदिवासी विकास और स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित शासन की विभिन्न योजनाओं के तहत् दी जाने वाली छात्रवृत्ति योजनाओं से लाभान्वित करने के निर्देश भी दिए।

उन्होंने शिक्षा का अधिकार के तहत जिले में अब तक हुए प्रवेश की जानकारी भी ली। बैठक में अजीम प्रेमजी फाउण्डेशन के प्रतिनिधि ने मॉडल स्कूलों के विकास पर सुझाव दिये। उन्होंने स्कूलों में लायब्रेरी, रचनात्मक लेखन, सुबह की कक्षा तथा बच्चों के मूल्यांकन के तरीकों को बताया। स्कूलों के शिक्षकों के दायित्व संबंधी जानकारी भी दी। कलेक्टर श्री मिश्रा ने शैक्षणिक संत्र प्रारंभ होते ही स्कूलों में बच्चों के लिए मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम संचालित करने के भी निर्देश दिए। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से स्कूली बच्चां के स्वास्थ्य परीक्षण भी अनिवार्य रूप से कराने को कहा।

आदिवासी विकास विभाग की समीक्षा करते हुए कलेक्टर श्री मिश्रा ने आदिवासी क्षेत्रों में आजीविका के लिए किए जा रहे कामों की जानकारी ली। उन्होंने धरती आबा योजना के तहत् कृषि और सहयोगी विभागों के कामों को भी शामिल करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने धरती आबा योजना के तहत दूरस्थ आदिवासी अंचलों में बसाहटों को जोड़ने हेतु छोटी-छोटी सड़कों के प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति के लिए शासन को भेजने के निर्देश भी दिये। उन्होंने ग्रामीण इलाकों में नए हास्टल शुरू करने और वर्तमान हास्टल भवनों की मरम्मत के लिए भी प्रस्ताव तैयार करने कहा। बैठक में एकलव्य आवासीय विद्यालय में पेयजल व्यवस्था, निर्माणाधीन तीरंदाजी मैदान सहित अन्य निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की गई।

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