मनीष सरवैया वरिष्ठ पत्रकार महासमुंद। केंद्र में मोदी जी की सरकार जो अंत्योदय” सिद्धांत को जमीन पर अमल कर रही है जो समाज के अंतिम व्यक्ति (सबसे गरीब, कमजोर) के उत्थान और विकास पर केंद्रित है यह सिद्धांत समाज के सभी वर्गों के लिए विकास और कल्याण सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखता है। इसी भाव को लेकर यह योजना सड़क दुर्घटनाओं में घायल लोगों के इलाज के लिए केंद्र सरकार ने एक नई योजना लागू की है जो निश्चित रूप से देशवासियों के लिए संजीवनी साबित होगा । केंद्र सरकार ने नगदी उपचार स्कीम, 2025 को लॉन्च कर दिया है। इस योजना के तहत सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को 1.5 लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज मिलेगा। सड़क परिवहन एवं हाइवे मंत्रालय ने सोमवार को इस योजना को शुरू कर दिया है। मंत्रालय ने इस संबंध में अधिसूचना भी जारी कर दी है। आयुष्मान योजना के बाद केंद्र सरकार की यह योजना काफी अहम साबित हो सकती है।
मोदी सरकार की अन्य योजनाओं की तरह इस स्कीम का लाभ लाखों लोगों को मिलेगा। इस स्कीम के मुताबिक अगर कोई सड़क दुर्घटना में घायल होता है तो एक्सीडेंट की तारीख से लेकर 7 दिनों तक 1,50,000 रुपये तक का कैशलेस इलाज मिलेगा। इस योजना का प्रमुख उद्देश्य समय पर इलाज न मिलने की वजह से हर साल सड़क दुर्घटना में होने वाली मौत की संख्या को कम करना है। वही सडक परिवहन के डाटा की मानें तो साल 2023 में 4.80 लाख सड़क दुर्घटनाएं हुईं। इनमें 1.72 लाख लोगों की मौत हो गई थी। मंत्रालय का लक्ष्य है कि 2030 तक सड़क दुर्घटना में जान गंवाने की संख्या में 50 फीसदी की कमी लाना है। इस योजना के अलावा केंद्र सरकार ‘प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना’ भी चला रही है। इस योजना के तहत दुर्घटना में मृत्यु होने या विकलांगता होने की स्थिति में परिजनों को 2 लाख रुपये मिलते हैं।केंद्र सरकार की इस योजना का लाभ देश के सभी नागरिकों को मिलेगा। सड़क मंत्रालय के जानकारी अनुसार, ‘कोई भी व्यक्ति जो मोटर वाहन की वजह से सड़क पर घायल हो जाता है, वह इस योजना के तहत नगदी उपचार करा सकता है। इस योजना के लिए चुने गए अस्पतालों के अलावा किसी अन्य अस्पताल में इलाज तभी तक रहेगा जब तक कि पीड़ित की हालत स्थिर नहीं हो जाती।’
